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गोरखपुर: मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर किया मतदान, सेल्फी पॉइंट पर खिंचवाया फोटो

गोरखपुर शहर का सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज मतदान केंद्र तमाम वीआईपी मतदाताओं का भी केंद्र है. यहां गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने भी मतदान किया. वहीं, शहर के चर्चित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवनीत जयपुरिया और उनकी पत्नी डॉक्टर अमृता जयपुरियार भी मतदान करने के लिए पहुंची.

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गोरखपुर: मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर किया मतदान, सेल्फी पॉइंट पर खिंचवाया फोटो
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Published : Mar 3, 2022, 9:15 PM IST

गोरखपुर. यूपी के छठे चरण के मतदान में गोरखपुर फर्स्ट क्लास वोटिंग की ओर बढ़ चला है. पांच बजे तक करीब 55 प्रतिशत तक मतदान हो चुका था और मतदान केंद्रों पर देर शाम भी मतदाता पहुंचते रहे.

हर वर्ग के लोगों का मतदान को लेकर रुझान देखा गया. साथ ही मतदान केंद्रों पर बनाए गए सेल्फी प्वाइंट भी मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करते रहे.

गोरखपुर शहर का सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज मतदान केंद्र तमाम वीआईपी मतदाताओं का भी केंद्र है. यहां गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने भी मतदान किया. वहीं, शहर के चर्चित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवनीत जयपुरिया और उनकी पत्नी डॉक्टर अमृता जयपुरियार भी मतदान करने के लिए पहुंची.

गोरखपुर: मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर किया मतदान, सेल्फी पॉइंट पर खिंचवाया फोटो

इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहां की प्रदेश को मजबूती देने और स्थाई विकास की तरफ प्रदेश को ले जाने के लिए उन्होंने मतदान किया है. लोगों से मतदान की अपील भी किए हैं.

यह भी पढ़ें : मोदी-योगी ने किया निषाद राज के सपने को साकार, फिर बनेगी बीजेपी सरकार: सांसद जयप्रकाश निषाद

कई अन्य केंद्रों पर भी मतदाताओं में मतदान को लेकर रुझान देखा गया. कुछ मतदाताओं ने तो योगी आदित्यनाथ को सीधे तौर से मत दिए जाने की बात कही. उन्हें गोरखपुर के विकास के लिए जरूरी बताय. फिलहाल गोरखपुर की कैंपियरगंज, पिपराइच विधानसभा सीट पर मतदान काफी अच्छे प्रतिशत में हो हुआ है.

सबसे कम बांसगांव में मतदान देखने को मिल रहा है. शाम 7 बजे के बाद मतदान की असली स्थिति साफ हो पाएगी. हालांकि मतदान के दौरान धीमी गति से तमाम मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मियों द्वारा मतदान कराए जाने की सूचना प्राप्त होती रही लेकिन जिला प्रशासन और जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से इस पर कुछ ठोस पहल नहीं हो पाई.

प्रशासन और जिला निर्वाचन के दावे व्यवस्था के मामले में भी खोखले साबित होते नजर आए. तमाम मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर तक नहीं उपलब्ध थी. कैंपियरगंज विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी रहीं गोरखपुर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चिंता यादव ही मतदान करने से वंचित रह गई.

उनका नाम ही मतदाता सूची में नहीं था. इसके साथ ही उनके गांव और पास पड़ोस के करीब 300 मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग मतदाता सूची में नाम न होने से नहीं किया.

गोरखपुर. यूपी के छठे चरण के मतदान में गोरखपुर फर्स्ट क्लास वोटिंग की ओर बढ़ चला है. पांच बजे तक करीब 55 प्रतिशत तक मतदान हो चुका था और मतदान केंद्रों पर देर शाम भी मतदाता पहुंचते रहे.

हर वर्ग के लोगों का मतदान को लेकर रुझान देखा गया. साथ ही मतदान केंद्रों पर बनाए गए सेल्फी प्वाइंट भी मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करते रहे.

गोरखपुर शहर का सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज मतदान केंद्र तमाम वीआईपी मतदाताओं का भी केंद्र है. यहां गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने भी मतदान किया. वहीं, शहर के चर्चित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवनीत जयपुरिया और उनकी पत्नी डॉक्टर अमृता जयपुरियार भी मतदान करने के लिए पहुंची.

गोरखपुर: मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर किया मतदान, सेल्फी पॉइंट पर खिंचवाया फोटो

इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहां की प्रदेश को मजबूती देने और स्थाई विकास की तरफ प्रदेश को ले जाने के लिए उन्होंने मतदान किया है. लोगों से मतदान की अपील भी किए हैं.

यह भी पढ़ें : मोदी-योगी ने किया निषाद राज के सपने को साकार, फिर बनेगी बीजेपी सरकार: सांसद जयप्रकाश निषाद

कई अन्य केंद्रों पर भी मतदाताओं में मतदान को लेकर रुझान देखा गया. कुछ मतदाताओं ने तो योगी आदित्यनाथ को सीधे तौर से मत दिए जाने की बात कही. उन्हें गोरखपुर के विकास के लिए जरूरी बताय. फिलहाल गोरखपुर की कैंपियरगंज, पिपराइच विधानसभा सीट पर मतदान काफी अच्छे प्रतिशत में हो हुआ है.

सबसे कम बांसगांव में मतदान देखने को मिल रहा है. शाम 7 बजे के बाद मतदान की असली स्थिति साफ हो पाएगी. हालांकि मतदान के दौरान धीमी गति से तमाम मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मियों द्वारा मतदान कराए जाने की सूचना प्राप्त होती रही लेकिन जिला प्रशासन और जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से इस पर कुछ ठोस पहल नहीं हो पाई.

प्रशासन और जिला निर्वाचन के दावे व्यवस्था के मामले में भी खोखले साबित होते नजर आए. तमाम मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर तक नहीं उपलब्ध थी. कैंपियरगंज विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी रहीं गोरखपुर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चिंता यादव ही मतदान करने से वंचित रह गई.

उनका नाम ही मतदाता सूची में नहीं था. इसके साथ ही उनके गांव और पास पड़ोस के करीब 300 मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग मतदाता सूची में नाम न होने से नहीं किया.

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