गोरखपुरः गोरखपुर पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का दो माह पूरे होने के पहले ही खुलासा कर दिया. ब्लाइंड मर्डर में पुलिस मृत युवक वेद प्रकाश और उसके दोस्तों के आपराधिक इतिहास को खंगालने के बाद खुलासा कर सकी. पुलिस के अनुसार, खाने-पीने के दौरान हुए विवाद के एक सप्ताह बाद युवक के अपराधी दोस्त ने बेइज्जती महसूस करने के बाद 9 अप्रैल की रात 11 बजे सड़क से बालकनी में आने पर फिल्मी अंदाज में गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद इस घटना को अंजाम देने वाले दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया.
गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी. ने पुलिस लाइन्स के व्हाइट हाउस सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र के खरैया पोखरा में 9 अप्रैल की रात 11 बजे व्यापारी वेद प्रकाश (30 वर्ष) को प्रथम तल पर अपने कमरे में सो रहे थे. नीचे सड़क से उन्हें बदमाशों ने घर पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. आवाज सुनकर वे प्रथम तल पर बालकनी में बाहर निकले. इसी दौरान बदमाशों ने सिर, आंख और कान के पास ताबड़तोड़ तीन गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. एसएसपी ने बताया कि नीचे से 32 बोर की दो पिस्टल से गोली फायर किया गया. वेद प्रकाश को सिर में गोली लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही थी पुलिस
पुलिस इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही थी. इस मामले में पुलिस ने रेलवे यांत्रिक कारखाना के पास से दो बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र धर्मपुर के रहने वाले परवेज अंसारी और आवास विकास कालोनी धर्मपुर के रहने वाले मनोज सोनकर के रूप में हुई है. ये आरोपी पूर्व में भी हत्या की घटना को अंजाम दे चुके हैं. इनके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वेद प्रकाश का परवेज अंसारी और छोटू अंसारी के बीच किसी बात पर विवाद हुआ था. जहां पर ये लोग बैठकर नशा करते थे.
पढ़ें- अतीक के भाई अशरफ की अवैध संपत्तियां कुर्क
एसएसपी ने बताया कि इनके बीच में हाथापाई तक हो गई थी. परवेज अंसारी खुद को बड़ा अपराधी समझता था. उसने परिवार में एक समारोह के पहले इस घटना को अंजाम देने की योजना बनाई. जिससे किसी का शक उसके ऊपर न जाए. पूर्व नियोजित योजना के अनुसार उसने इस हत्याकांड में मनोज सोनकर को शामिल किया. पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है. ये लोग 10 से 15 मिनट में घटना को अंजाम देकर चले गए. उन्होंने बताया कि पूरी तरह से प्लांड तरीके से घटना को अंजाम दिए. परवेज ने अपनी और घर में शादी का वीडियो दिखाकर वो पुलिस को गुमराह करता रहा. वेद प्रकाश के दोस्तों का आपराधिक इतिहास है.
आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकार्ड
कोतवाली क्षेत्र में व्यापारी के मुनीम से लूट के मामले में उसके दोस्त पकड़े गए. मृतक वेद प्रकाश का नाम बाद में सामने आया था. साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से वो पुलिस ने उसे छोड़ दिया था. मृतक और उसके दोस्तों के आपराधिक इतिहास को खंगालते-खंगालते पुलिस आरोपियों तक पहुंची है. दो अपराधी मुख्य रूप से शामिल रहे हैं. बाइक और अन्य तरह की मदद उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ भी पुलिस पूछताछ के बाद कार्रवाई करेगी. परवेज अंसारी के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या और हत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में 16 मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से 32 बोर की पिस्टल और कारतूस के साथ एक पल्सर बाइक बरामद की है.
पढ़ें- मां की हत्या कर बेटियों ने लगाई फांसी
9 अप्रैल की रात में 10 बजे भोजन करने के बाद वेद प्रकाश और उनकी पत्नी रेखा पहले मंजिल पर स्थित अपने कमरे में सोने चले गए. 11 बजे के आसपास उनके गेट पर किसी ने पथराव शुरू कर दिया. आवाज सुनकर वेद प्रकाश कमरे से बाहर निकले. रात में पथराव कौन कर रहा है, ये देखने के लिए प्रथम तल पर बालकनी में पहुंचे, तो घात लगाकर खड़े दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. सिर, आंख और कान के पास गोली लगने से वेद जमीन पर गिरकर तड़पने लगे. गोली की आवाज सुनकर घरवाले बाहर आ गए. वारदात के बाद बदमाश फायर करते हुए फरार हो गए. वेद प्रकाश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.