गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनपद गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के देवकली गांव में रविवार की सुबह एक शख्स ने घरेलू कलह में अपनी पत्नी और दो बच्चों की पहले चाकू से हत्या कर दी. इसके बाद खुद को आग के हवाले कर दिया. इसमें उसकी भी मौत हो गई. ये तो सीधे हत्या करके आत्हत्या का मामला होता है लेकिन पुलिस ने महिला के भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. वह भी उसके खिलाफ जो इस हत्याकांड में खुद भी मारा गया. यानी पुलिस ने पत्नी और बच्चों की हत्या करके आत्मदाह करने वाले के खिलाफ ही हत्या का मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है.
देवकली गांव में घटना रविवार की सुबह हुई थी. गांव निवासी इन्द्र बहादुर मौर्य ने पत्नी सुशीला और दो बच्चों की हत्या करके खुद आत्मदाह कर लिया था. मामले में सुशीला के भाई की तहरीर पर पुलिस ने इन्द्र बहादुर मौर्य के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. यह बड़े ही हैरान करने वाली घटना है. सुशीला के भाई विनोद मौर्य, निवासी दरौली, महाराजगंज की तहरीर पर पुलिस ने यह खेल किया है. तहरीर में उसने लिखा है कि मेरी बहन सुशीला की शादी 20 साल पहले गोरखपुर के ग्राम देवकली गोपालपुर में इंद्र बहादुर मौर्य के साथ हुई थी. इन्द्र बहादुर मौर्य सब्जी की दुकान चलाकर परिवार का गुजारा करता था. वह जुआ खेलने का आदी था. जिसको लेकर पति पत्नी में कहासुनी हुआ करती थी.
रविवार 5 फरवरी 2023 की सुबह लगभग आठ बजे मेरे बहनोई इन्द्र बहादुर मौर्य ने बहन सुशीला देवी, बच्चे आर्यन व चांदनी की चाकू मारकर हत्या कर दी और स्वयं आग लगा कर अपनी भी जीवन लीला समाप्त कर ली. घटना की सूचना पाकर सुशीला का भाई विनोद मौर्य घर गया. पुलिस को लिखित सूचना दी. गोला पुलिस ने सुशीला देवी के भाई विनोद मौर्य की लिखित तहरीर पर बहनोई इन्द्र बहादुर मौर्य के विरुद्ध, मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई आरम्भ कर दी. जबकि बहनोई इन्द्र बहादुर मौर्य की भी मौत हो चुकी है.
मर चुके व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर से ईटीवी भारत ने जव टेलीफोन पर बात की तो उन्होंने जवाब देने के बजाय फोन काट दिया. फिर इंस्पेक्टर गोला अश्वनी तिवारी से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि पीड़ित की तरफ से जो तहरीर मिलेगी, उसमें जिसका नाम होगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करना ही पड़ेगा. विवेचना में उसका नाम निकल जाएगा, क्योंकि उसकी मृत्यु हो चुकी है.
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इंद्र बहादुर मौर्य की पत्नी 38 वर्षीय सुशीला देवी के शरीर पर चार जगह पेट में चाकू से गोदने के निशान पाए गए हैं, वहीं बच्चों के गले पर सब्जी वाले चाकू से प्रहार के निशान हैं, जिससे यह शक जाहिर होता है कि इंद्र बहादुर ने सबसे पहले अपनी पत्नी और बच्चों को नींद में ही मौत के घाट उतारा है. उसके बाद अपने शरीर पर केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा ली. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब गांव वाले कमरे में गए तो उस समय इंद्र बहादुर आग की लपटों के बीच तड़प रहा था, जिसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया.
जुए की लत और कर्ज ने इस खौफनाक मंजर को दिया अंजाम
एसएसपी गौरव ग्रोवर का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, गांव वालों से पूछताछ और प्राथमिक जांच के आधार पर जो निष्कर्ष सामने आया है, उसके अनुसार सब्जी विक्रेता इंद्र बहादुर जुआ खेलने का आदी था. जिसकी वजह से उस पर बहुत सारा कर्ज भी हो गया था. ब्याज पर पैसा लेकर वह सब्जी की दुकान लगाता था. इस बात को लेकर पति-पत्नी में अक्सर विवाद हुआ करता था. शनिवार की शाम भी दोनों पति-पत्नी में खूब विवाद हुआ था. पत्नी ने मोबाइल में रिचार्ज न होने के कारण पड़ोस के किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से छत्तीसगढ़ में इलाज कराने गईं अपनी सास और ननद के पास फोन किया था और सारी बातें बताईं थीं. इसके बाद दोनों पति पत्नी में रात में विवाद हुआ था. एसएसपी का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार पत्नी और बच्चों के शरीर पर चाकू से प्रहार किए जाने के साक्ष्य मिले हैं. मौके से बरामद सब्जी काटने वाले चाकू से इस घटना में इंद्र बहादुर पर अपनी पत्नी और बच्चों को मौत के घाट उतारने का शक होता है.