गोरखपुर: पूजा सामग्री बेचने के नाम पर प्रतिबंधित जानवरों के अवशेष और वनस्पतियों को चोरी छुपे बेचने वाले गिरोह के तीन लोगों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया. इनसे भारी मात्रा में प्रतिबंधित जानवरों के अवशेष और वनस्पतियों को बरामद किया गया. गिरफ्तार तीन आरोपियों में दो पिता-पुत्र हैं और एक उनका सहयोगी है. जो इनके काम में सहयोग करता था. पूछताछ में गोरखधंधे करने वाले इन लोगों के तार नेपाल और बनारस से जुड़े पाए गए हैं. जिसकी वन विभाग जांच पड़ताल कर रही है.
गोरखपुर वन विभाग ने कोतवाली थाना क्षेत्र के टाउन हाल के एक दुकान पर छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित जानवरों के अवशेष और वनस्पतियों को बरामद किया. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वह पूजा सामग्री के नाम पर इन सामानों को ऊंची कीमतों पर बेचते थे. बरामद अवशेषों को वन विभाग ने जांच के लिए लैब भेज दिया है. लैब से रिपोर्ट आने के बाद वन विभाग अपनी जांच पड़ताल को इस दिशा में आगे बढ़ाएगी. वहीं गिरफ्तार एक आरोपी इस गोरखधंधे में इन पिता-पुत्र के साथ शामिल होकर काम करता था. तत्कालीन पूछताछ में तीनों आरोपियों के तार नेपाल और बनारस से जुड़े बताए जा रहे हैं. फिलहाल वन विभाग को इस बार बड़ी कामयाबी हाथ लगी. यह दुकान कई वर्षों से शहर के बीचों-बीच आराम से चल रही थी.
गौरतलब है कि गोरखपुर ही नहीं बल्कि आस-पास के दूरदराज के क्षेत्रों से किसी को भी अगर इस तरह की कोई प्रतिबंधित वस्तु खरीदनी होती थी, तो वह इनके दुकान पर आता था जिससे साफ जाहिर है कि इनका नेटवर्क काफी फैला हुआ है. फिलहाल वन विभाग इन लोगों से पूछताछ में लगी हुई है और आगे अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.