गोरखपुरः आकाशवाणी गोरखपुर का मीडिया वेब ट्रांसमीटर और उससे जुड़ा 10 किलो वॉट का मोबाइल ट्रांसमीटर 21 नवंबर की सुबह 11:00 बजे तकनीकी कारणों से बंद कर दिया गया था. मामले की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने इस संबंध में प्रसार भारती के अधिकारियों से बात की. इसके बाद प्रसार भारती के मुख्यालय ने सोमवार रात आकाशवाणी गोरखपुर के केंद्राध्यक्ष और कार्यक्रम के प्रमुख को मोबाइल ट्रांसमीटर सेवा जल्द बहाल करने के निर्देश दिए.
कर्मचारियों के हितों पर नहीं आने देंगे आंच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि गोरखपुर के आकाशवाणी केंद्र से प्रसारण को किसी भी दशा में बंद नहीं किया जाएगा. केंद्र में जल्द ही मोबाइल ट्रांसमीटर की जगह पर्याप्त क्षमता वाला स्थाई ट्रांसमीटर लगाया जाएगा. जनता को गोरखपुर आकाशवाणी की सेवाएं हमेशा की तरह मिलती रहेंगी. किसी कर्मचारी और कलाकार के हित पर आंच नहीं आने दी जाएगी.
नेपाल तक है प्रसारण क्षेत्र
मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपने संसदीय कार्य काल से ही वह दूरदर्शन आकाशवाणी की सेवाओं के विस्तार पर बल देते रहे हैं. साल 1972 में स्थापित आकाशवाणी गोरखपुर केंद्र का प्रसारण क्षेत्र पड़ोसी देश नेपाल तक है. इसके जरिए भारत अपनी बातें नेपाल तक पहुंचाता रहा है. अब मोबाइल ट्रांसमीटर की जगह उच्च क्षमता का ट्रांसमीटर लगवा कर प्रसारण सेवाओं को और मजबूत किया जाएगा.
विपक्ष ने जनता को बरगलाने का प्रयास किया
मुख्यमंत्री ने आकाशवाणी के मुद्दे पर राजनीति करने वाले विपक्षी दलों को आड़ेहाथ लिया. उन्होंने कहा कि सरकार के विकास कार्यक्रम से विपक्ष हताश और निराश हो चुका है. ऐसे में विपक्ष जनता को किसी न किसी बहाने बरगलाने का कुत्सित प्रयास कर रहा हैं, लेकिन जनता उनके मंसूबों को समझ चुकी है.