गोरखपुर: शहर में लगातार भीषण गर्मी पड़ रही है. भगवान इंद्र की कृपा भी लोगों पर नहीं हो रही है. इस समय किसानों को फसलें तैयार करने के लिए पानी की बेहद जरूरत है. कई लोग ईश्वरीय कृपा से बारिश होने का प्रतिदिन इंतजार कर रहे हैं. अधिकतर सांसद और विधायक अपनी निधि के पैसे स्कूल और सड़कों पर खर्च करते हैं. इस बीच गोरखपुर से एक अच्छी पहल राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद ने की है. राज्य सभा सांसद वित्तीय वर्ष 2022-23 की अपनी सांसद निधि से लोगों की प्यास बुझाने और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए कई बड़े वाटर एटीएम स्थापित कर दिए. यहां पानी पीने के लिए इन वाटर एटीएम पर रुकने वाला व्यक्ति सांसद की इस पहल की तारीफ कर रहा है.
इस वाटर एटीएम के संबंध में सांसद जय प्रकाश निषाद ने बताया कि उनकी कुछ अलग करने की सोच है. यह लोगों को दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि पानी पिलाना वैसे भी बहुत ही पुण्य का कार्य माना जाता है. वह कुछ अलग हटकर कार्य करना चाह रहे थे. उनके मन में यह विचार आया, जिसके बाद उन्होंने उस भीषण गर्मी में निःशुल्क वाटर एटीएम लगाने के प्लान को जमीन पर उतार दिया. इस वाटर एटीएम सो लोगों को सुकून मिल रहा है.
सांसद ने कहा कि भले ही यह सांसद निधि का बजट नहीं है. लेकिन यह जनता की गाढ़ी कमाई से ही प्राप्त धन है, जो जनता के उपयोग में खर्च हो रहा है. उन्होंने कहा कि राह चलते जगह-जगह भले ही इसकी स्थापना नहीं हो पाई है. लेकिन गोरखपुर विश्वविद्यालय, झारखंडी मंदिर, मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज, अस्पताल और ब्लॉक मुख्यालय जैसी जगहों पर इसकी स्थापना से बड़ी संख्या में लोगों को इसका लाभ मिल रहा है. विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में तो छात्रों और शिक्षकों ने इसकी जमकर सराहना भी की है. इसकी मेंटीनेंस प्लांट को स्थापित करने वाली कंपनी 3 सालों तक कार्य करेगी. फिर आगे की जरूरत को अन्य स्रोतों से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.
वाटर एटीएम का यह बड़ा प्रोजेक्ट गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थापित है. यहां तमाम विद्यार्थी और शोधार्थी पानी पीने पहुंचते हैं. इस भीषण गर्मी में ईटीवी भारत की टीम ने परेशान छात्रों से वाटर एटीएम के बारे में सवाल किया गया तो, शोध छात्र संजीव चौबे, छात्र सौरभ तिवारी और छात्र कुलदीप कुमार ने बताया कि उन्हें बड़ा ही लाभ पहुंचा रहा है. सांसद का यह प्रयास सराहनीय है. ऐसे उपयोगी चीजों में सांसदों की निधि का पैसा खर्च होना चाहिए, बाकी कार्य सरकार और कई एजेंसियां तो कर ही रहीं हैं.
हालांकि वहां मौजूद लोगों ने कहा कि नगर निगम को ऐसे वाटर एटीम लगाने की आवश्यकता है. क्योंकि सड़क चलते लोगों को भी पानी की जरूरत महसूस होती है. कभी-कभी पानी खरीदकर पीना लोगों को लिए संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में इस तरह के जन उपयोगी कार्य लोगों के लिए बड़े लाभकारी होते हैं.
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