गोरखपुरः जिले में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता के मौत के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रामगढ़ताल के पूर्व थाना प्रभारी जगत नारायण और फल मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार किया गया. ये दोनों लोग कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में थे. लेकिन मुस्तैद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया है. दोनों लोगों के गिरफ्तारी की क्षेत्राधिकारी कैंट ने पुष्टि कर दी है.
पिछले दिनों गोरखपुर के रामगढ़ थाना क्षेत्र के कृष्णा होटल में ठहरे मनीष गुप्ता जो कि कानपुर से घूमने के लिए आया हुआ था. रात में चेकिंग के दौरान 6 पुलिसकर्मी होटल में पहुंचे थे. मनीष के दोस्तों का कहना था कि पुलिस हम लोगों के साथ अभद्रता करने लगी. जिसका विरोध मनीष ने किया. जिसके बाद पुलिस वाले मनीष को मारने-पीटने लगे. जिसकी वजह से उसे ज्यादा चोटें आईं. बुरी तरह से घायल मनीष के इलाज के लिए पुलिसकर्मी एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए. जहां प्राइवेट हॉस्पिटल ने उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. लेकिन चोट गंभीर होने की वजह से उसकी मौत हो गई.
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वहीं मनीष गुप्ता की पत्नी का कहना था कि पुलिस ने हमारे पति को पीटा था. मनीष के पत्नी ने कहा था कि जब तक मुझे न्याय नहीं मिलेगा तब तक मैं लाश को ले नहीं जाऊंगी. जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनीष की पत्नी से बात किया था. जिसके बाद पत्नी मनीष के शव को लेकर गई थीं. इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या मुकदमा दर्ज किया गया था. घटना के बाद सभी पुलिसकर्मी गायब थे. रविवार को गोरखपुर पुलिस ने दो आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है.