गोरखपुर: जिले के निचले इलाकों में फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इसको लेकर सपा नेता मुन्नीलाल यादव ने उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता के माध्यम से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को छह सूत्रीय ज्ञापन भेजा है. उन्होंने क्षेत्र के तटबंधों की मरम्मत न होने का आरोप लगाया है.
जिले में 2017 में आई भीषण बाढ़ से 52 गांव की जनता के घरों में पानी घुस गया था. सबसे अधिक दिक्कत पशु पालन करने वाले किसानों को हुई थी. बाढ़ से पशुओं को बचाने के लिए क्षेत्रवासी कई सप्ताह घर छोड़कर दूर रहे थे. सीएम योगी ने स्वयं लोगों के बीच जाकर उनकी परेशानियों को दूर करने का आदेश दिया था. सपा नेता ने आगे लिखा है कि ब्रह्मपुर क्षेत्र में बाढ़ आने का मुख्य कारण गोर्रा और राप्ती नदियों के क्षतिग्रस्त तटबंध हैं. जब नदियों का जलस्तर बढ़ता है तो 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है.
बिजली बिल और स्कूलों की फीस हो माफ
सपा नेता मुन्नीलाल ने बताया है कि हमारी पहली मांग है कि 2017 में ब्रह्मपुर क्षेत्र के 52 गांव बाढ़ में डूब गए थे, यूपी के मुख्यमंत्री ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर तटबंधों की मरम्मत का आश्वासन दिया था, लेकिन 3 वर्ष बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ. क्षेत्र की जनता भयभीत है. कोरोना संकट के दौरान जनता आर्थिक तंगी से जूझ रही है. जल्द ही इन समस्याओं को समाप्त किया जाना चाहिए. साथ ही क्षेत्र में बिजली बिल और निजी स्कूलों की फीस को माफ किया जाए.