गोरखपुर: चौरी-चौरा तहसील के अंतर्गत जोगिया राजस्व गांव के लोग आजादी के 75 वर्ष बाद भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे है. हालांकि सड़क की मांग को लेकर इस गांव के लोगों ने कई बार आवाज बुलंद की लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने इन्हें हर बार आश्वासन देकर चलता कर दिया.
गोरखपुर मुख्यालय से 30 किमी दूर इस गांव में कई ऐसे युवा हैं जिनकी शादी नहीं हो पा रही है. इसका कारण लोग पक्की सड़क का न होना मान रहे हैं. गांव के लोगों का कहना है कि हमारे गांव में चकबंदी की प्रक्रिया भी अभी तक नहीं हुई है.
इसलिए सड़क का सीमांकन अधूरा है. बरसात के दिनों में इस गांव के चारो तरफ पानी लग जाता है. ऐसे में लोग चार पहिया व दो पहिया वाहन गांव के सिवान में ही पार्क करते हैं.
यह भी पढ़ें : सपा अध्यक्ष ने कहा- हार के डर से अयोध्या छोड़ने वाले योगी को अब गोरखपुर में हराएगी सपा
जोगिया गांव के लोग अपनी मांगों के लिए 2014 चुनावों के पूर्व भी आंदोलन करते नजर आए थे. अपने गांव में होर्डिंग लगाई थी. फिर भी बात नहीं बनी तो 2021 के जुलाई माह में जलसमाधि की कोशिश की.
इस पर चौरी चौरा के एसडीएम अनुपम मिश्र ने उन्हें सांत्वना दिलाई कि उनके गांव में जल्द ही सड़क बन जाएगी. हालांकि अभी तक सड़कों का कार्य शुरू नहीं हुआ है. अगस्त माह में बाढ़ ने इस गांव में तांडव मचा दिया.
गांव के लोग कई माह तक घर छोड़कर बाहर शरण लेने को मजबूर हुए. अब गांव में लोग आ गए हैं. ईटीवी भारत के माध्यम से गांव लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों तक अपनी समस्या पहुंचाने की गुहार लगाई है.
इस संबंध में एसडीएम अनुपम मिश्र ने बताया कि जोगिया गांव की चकबंदी कराने के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है. सड़क की समस्या के लिए तटबंध के संबंधित जिम्मेदार लोगों से बात की है. ब्रह्मपुर खंड विकास अधिकारी से वार्ता कर आदेश दिया गया है.