गोरखपुर: सदर तहसील और एडीजी कार्यालय, आवास को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया. दरअसल, यहां के कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस दौरान हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से कार्यालयों को सैनिटाइज किया गया. ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर कुलदीप मीना के अर्दली मुक्ति नाथ पांडेय सहित तीन स्टाफ और एडीजी जोन कार्यालय में तैनात कांस्टेबल अविनाश राय कोरोना संक्रमित मिले हैं. जिसकी वजह से सदर तहसील और एडीजी कार्यालय को 48 घंटों के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया है.
तहसीलकर्मी और पुलिस का जवान हुआ संक्रमित
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर के अर्दली मुक्ति नाथ पांडेय को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद तहसील प्रशासन में खलबली मच गई है. ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर कुलदीप मीणा के निर्देश पर आज तहसील के सभी लेखपाल, कानूनगो और स्टाफ का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आवास पर कैंप लगाकर जिला चिकित्सालय के स्टाफ द्वारा कोरोना जांच कराई गई. जिसमें सत्यानंद पांडेय, महिला लेखपाल उमा पाल को कोरोना पॉजीटिव पाया गया. सदर तहसील के कुल तीन स्टॉप संक्रमित पाए जाने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर कुलदीप मीना ने तत्काल सदर तहसील परिसर को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सदर तहसील कैंपस व ऑफिस को हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सेनेटाइज कराने को निर्देश दिए गए. एसडीएम सदर के आदेश पर सदर तहसीलदार डॉक्टर संजीव दीक्षित नगर निगम के कर्मचारियों को बुलाकर हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सेनिटाइजर कराते हुए शुक्रवार सुबह सदर तहसील को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया.
एडीजी से मुलाकात के लिए फोन से लेनी होगी अनुमति
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर कुलदीप मीणा ने बताया कि हमारे तीन स्टॉप मुक्तिनाथ पांडेय, सत्यानंद पांडेय, उमा पाल कोराना संक्रमित पाए जाने से तहसील परिसर को 48 घंटों के लिए सीलकर हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सेनिटाइज कराया गया है. अब तहसील कार्यालय सोमवार को अपने निर्धारित समय पर कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्ण रुप से पालन करते हुए खोला जाएगा. वहीं कोविड-19 की वजह से गोरखपुर के एडीजी जोन का ऑफिस भी सील हो गया है. एडीजी कार्यालय पर तैनात कांस्टेबल अविनाश राय को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर जोन कार्यालय पर हड़कंप मच गया. सभी को जिला चिकित्सालय भेज कर कोरोना जांच कराई गई. लेकिन इनके अलावा किसी अन्य स्टाफ को कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया. तभी जोन कार्यालय के स्टाफ ने राहत की सांस ली. अब एडीजी कार्यालय पर आने वाले हर व्यक्तियों को आने का कारण बताते हुए ही पहले से सूचना दर्ज कराना पड़ेगा तभी उन्हें सामाजिक दूरी बनाते हुए संबंधित से मिलने की अनुमति प्रदान की जाएगी.
एडीजी ऑफिस को रेड जोन घोषित कर दिया गया. अब इस ऑफिस में पहले के मुकाबले काफी कम फरियादी मुलाकात कर सकेंगे. एडीजी से मुलाकात करने के लिए पहले फोन से इजाजत लेनी होगी. इजाजत के बाद निश्चित दूरी बरकरार रखते हुए निर्धारित समय पर ही मुलाकात हो पाएगी. एडीजी ऑफिस गेट पर सेनिटाइजेशन, हैंड वॉश, थर्मल स्क्रिनिंग और रजिस्टर में नाम, पता और मोबाईल नंबर दर्ज कराने के बाद ही प्रवेश मिलेगा.
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