गोरखपुरः जिले के मोहल्ला जटेपुर उत्तरी निवासी रूपचंद कनौजिया की मौत कुवैत में हो गई थी. परिजनों को इसकी जानकारी 30 अप्रैल को जब हुई तो वह शव लाने के लिए परेशान हो उठे. आखिरकार स्थानीय पार्षद ऋषिमोहन वर्मा की पहल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संज्ञान लिया.
सीएम ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर मदद की बात कही थी, जिसका सकारात्मक परिणाम बुधवार को सामने आया. कुवैत में भारतीय दूतावास से मिली जानकारी के क्रम में शव कुवैत के फोरेंसिक डिपार्टमेंट में रखा गया है, जिसे अतिशीघ्र गोरखपुर लाया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों को पत्र लिखकर कहा है कि कुछ कागजी कार्रवाई तीन-चार दिनों में पूर्ण होने के बाद रूपचंद के शव को दिल्ली एयरपोर्ट भेजा जाएगा. रूपचंद कनौजिया 12 वर्षों से कुवैत की एक कंपनी में काम करते थे. 30 अप्रैल 2020 को इनके साथ रहने वाले इमरान ने फोन करके परिजनों को उनकी मृत्यु की जानकारी दी. हैरान और परेशान परिजनों ने हिंदू युवा वाहिनी के महानगर संयोजक और भाजपा पार्षद ऋषि मोहन वर्मा को सारी बात बताई.
इसके बाद वर्मा ने 2 मई को गोरखनाथ मंदिर स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय पर रूपचंद्र की पत्नी उर्मिला देवी का प्रार्थना पत्र सौंपकर घटना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. दो दिनों बाद ही 4 मई को ही मुख्यमंत्री ने उक्त प्रकरण पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर जांचकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही थी. पार्षद ऋषि मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संवेदनशीलता के कारण इस प्रकरण पर तेजी से पहल संभव हुई है.
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