गोरखपुर: जिले में रविवार की शाम मौसम का मिजाज बदलने लगा. ग्रामीण और शहरी इलाकों में तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई. मूसलाधार बारिश के साथ ओले भी गिरने लगे. वहीं इस बारिश से किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
किसानों की फसल खेतों में खड़ी है, उनके चेहरे पर मायूसी आना स्वाभाविक है. बहुत से ऐसे किसान हैं, जिनकी गेहूं, चना, अरहर और मसूर की फसलें खेतों में खड़ी हैं और लॉकडाउन के कारण उन्हें मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हुई बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है.
गोरखपुर: आंधी-बारिश के साथ जमकर हुई ओलावृष्टि, किसानों की बढ़ी चिंता
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि के बाद रविवार की शाम गोरखपुर में भी मौसम का मिजाज बदल गया. जिले में तेज आंधी और गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश हुई है.
गोरखपुर: जिले में रविवार की शाम मौसम का मिजाज बदलने लगा. ग्रामीण और शहरी इलाकों में तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई. मूसलाधार बारिश के साथ ओले भी गिरने लगे. वहीं इस बारिश से किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
किसानों की फसल खेतों में खड़ी है, उनके चेहरे पर मायूसी आना स्वाभाविक है. बहुत से ऐसे किसान हैं, जिनकी गेहूं, चना, अरहर और मसूर की फसलें खेतों में खड़ी हैं और लॉकडाउन के कारण उन्हें मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हुई बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है.