गोरखपुर: राम मंदिर निर्माण के लिए देश मे शुरू हुए आंदोलन के बीच जनपद में इसको गति देने के लिए दो युवाओं की भी अहम भूमिका रही है. लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा ने तो इन युवाओं को इस अभियान की ओर और भी आकर्षित किया, जो राम मंदिर की रखी जाने वाली आधारशिला के साथ पूरा हो रहा है. जिले के इन दो होनहारों में से एक हैं बृजेश राम त्रिपाठी और दूसरे हैं दुर्गेश त्रिपाठी.
राम मंदिर आंदोलन के दौरान इन्हें 4 बार जेल की हवा भी खानी पड़ी. अस्थाई जेल से लेकर स्थाई जेल में भी बृजेश राम त्रिपाठी को कई रातें बितानी पड़ी. इस दौरान इनके संघर्षों का क्रम जारी रहा. इस बीच इन्हें 1998 में बजरंग दल के महानगर संयोजक का दायित्व संगठन ने दे दिया. बृजेश पूरे महानगर में अपनी बेहतरीन टीम खड़ा करके संगठन के निर्देश को पूरा करते रहे. बृजेश का यह कारवां आज भी जारी है. 1998 से 2018 के बीच में इन्होंने बजरंग दल के प्रदेश संयोजक, प्रांत सह मंत्री का भी बखूबी दायित्व निभाया.
अशोक सिंघल, विनय कटियार जैसे नेताओं के अति प्रिय रहने वाले इस कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी के इस अनुषांगिक संगठन से 2018 में निकलकर बीजेपी के लिए कार्य करने का अवसर मिला. मौजूदा समय में बृजेश राम भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के मीडिया प्रभारी और प्रवक्ता का दायित्व संभाल रहे हैं. इस पद के साथ वह पार्टी की नीतियों, हिंदूवादी विचारधारा और राम मंदिर निर्माण को लेकर चलने वाली हर गतिविधियों में पूरी सक्रियता के साथ बने हुए हैं.
वहीं दुर्गेश त्रिपाठी मौजूदा समय में बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक की भूमिका बखूबी निभा रहे हैं. हालांकि संगठन में दायित्व के लिहाज से इन्हें 2005 में पद मिला और यह बजरंग दल के महानगर संयोजक बनाए गए. अपनी सक्रियता और कार्यक्रमों के बल पर इन्हें लगातार उन्नति मिली और यह विभाग संयोजक का भी दायित्व निभाते हुए आज प्रांत सह संयोजक की भूमिका निभा रहे हैं. 2005 से पहले यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक बाल स्वयंसेवक की भूमिका में सक्रिय नजर आते थे, जिसकी वजह से इन्हें विभिन्न पद प्राप्त हुआ और इन्होंने सिद्ध करके दिखाया. दुर्गेश त्रिपाठी भी अशोक सिंघल और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के बेहद प्रिय लोगों में से हैं.
कारगिल विजय दिवस हो या पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का अभियान या फिर मौजूदा समय में 5 अगस्त को अयोध्या में रखी जाने वाली राम मंदिर की आधारशिला हो, उसके लिए एक उत्सव का माहौल बनाए हुए हैं. अपने साथियों के साथ इस अभियान में जुटे दुर्गेश पूरे महानगर को पताकों से सजा रहे हैं. गोरखनाथ मंदिर की पवित्र माटी और यहां के पोखरे का जल भी इनके नेतृत्व में अयोध्या में पहुंचाया गया है, जो राम मंदिर की आधारशिला में सम्मिलित किया जाएगा.