गोरखपुर: कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए प्रत्याशी चयन में काफी सावधानी बरत रही है. इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी का गठन करके प्रदेश के कई हिस्सों में प्रत्याशियों के चयन का कार्य हो रहा है, जिसमें गोरखपुर क्षेत्र की 41 विधानसभा सीटों की स्क्रीनिंग का कार्य पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्वांचल के प्रभारी राजेश तिवारी, महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ की देखरेख में हो रहा है. साक्षात्कार देने पहुंचे कांग्रेस के ऐसे 400 दावेदार गोरखपुर सर्किट हाउस पर अपना जमावड़ा लगाए हुए हैं.
इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में दावेदारी जता रहे कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि प्रियंका गांधी की रैलियों से जो उत्साह भरा है. वह कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट मिलने से और भी बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि वर्षों से पार्टी की सेवा करने के बाद अब वह वक्त आया है, जब टिकटों के लिए पार्टी किसी बाहरी नहीं बल्कि अपने समर्पित कार्यकर्ताओं पर भरोसा करें.
टिकट के दावेदारों में महिला- पुरुष, युवा और बुजुर्ग सभी कांग्रेसी शामिल थे. कोई बस्ती- सिद्धार्थनगर से आया था, तो कोई देवरिया- कुशीनगर से. 7 जिलों की 41 सीटों पर मंथन में महिलाओं की भी भारी उपस्थिति दिखाई दी. पार्टी में 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने की घोषणा के बाद महिलाएं उत्साहित थीं.
ईटीवी से बातचीत में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि न्याय पंचायत से लेकर गांव स्तर तक संगठन को खड़ा करने में ताकत झोंकी गई है. निश्चित रूप से इस बार के चुनाव में परिवर्तन होगा. पार्टी का यह प्रयास प्रत्याशियों के चयन का कारगर उपाय है. क्योंकि कांग्रेस में कभी ऊपर से प्रत्याशी नहीं थोपा जाता. यह उसकी परंपरा रही है, लेकिन इस बार की परंपरा में निश्चित रूप से यह देखने को मिलेगा जो जमीनी कार्यकर्ता है वह भी टिकट पाएंगे.
इसे भी पढ़ें-आज सीएम योगी के हाथों से होगी 'श्री विष्णु सर्व अद्भुत शांति महायज्ञ' की पूर्णाहुति
लोगों ने कहा कि कांग्रेस ने इस देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाई है. केंद्र-प्रदेश में आज जो बीजेपी की सरकार है. वह अपने जुमलेबाजी में जनता को बांधने में सफल हुई और कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई, लेकिन यही जुमलेबाजी अब बीजेपी के लिए घातक सिद्ध होने वाली है. जनता उसके झूठ फरेब से वाकिफ हो चुकी है. महंगाई कमर तोड़ रही है. भ्रष्टाचार और अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में लोगों को कांग्रेस शासनकाल याद आ रहा है, जिसमें लोग चैन से रहते थे. महंगाई नियंत्रित थी और विकास का पहिया भी चलता था. बीजेपी राज में सिर्फ कहने के लिए है कि सब पारदर्शी व्यवस्थाएं लागू हैं, लेकिन भ्रष्टाचार चरम पर है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप