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नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की मची होड़

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का खौफ लोगों के दिल में इस कदर बैठ गया है कि इसे जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर आए लोगों के चेहरे पर दिख रहे खौफ से आसानी से समझा जा सकता है. गोरखपुर नगर निगम के जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों की लंबी लाइनें देखने को मिल रही है.

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Published : Dec 27, 2019, 5:22 PM IST

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गोरखपुर में नगर निगम कार्यालय में बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जुटी भीड़.

गोरखपुर: नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से गोरखपुर नगर निगम में जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट) बनवाने वालों की होड़ सी मच गई है. कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की भीड़ उमड़ रही है. जहां पहले पूरे दिन में दो से चार आवेदन आते थे, अब वहीं 100 से ज्यादा आवेदन जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आ रहे हैं.

नगर निगम कार्यालय में बर्थ सर्टिफिकेट बनवान के लिए जुटी भीड़.

CAA के लागू होने के बाद से युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक अपना और परिवार के लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं. उनके मन में इस कदर इस कानून का भय बैठ गया है, कि वे चाहते हैं कि उनका जन्म पत्र जल्द से जल्द बन जाए. यही वजह है कि गोरखपुर के नगर निगम स्थित जन्म प्रमाण पत्र कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की लंबी लंबी लाइन देखने को मिल रही है.

नगर निगम के जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर तैनात क्लर्क दीपक कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि 10 दिन से भीड़ बढ़ गई है. रोज डेढ़ सौ से अधिक लोग आ रहे हैं. इसमें 70 से 75% आवेदक मुस्लिम परिवार के लोग हैं.

ये भी पढ़ें: CAA PROTEST: गोरखपुर SSP ने की अमन और शांति बनाए रखने की गुजारिश

उन्होंने बताया कि उनके पास 1947 के जन्म तक का प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन आया है. इसके अलावा 1965 और 70 में पैदा हुए लोग भी आवेदन कर रहे हैं. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था.

गोरखपुर: नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से गोरखपुर नगर निगम में जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट) बनवाने वालों की होड़ सी मच गई है. कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की भीड़ उमड़ रही है. जहां पहले पूरे दिन में दो से चार आवेदन आते थे, अब वहीं 100 से ज्यादा आवेदन जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आ रहे हैं.

नगर निगम कार्यालय में बर्थ सर्टिफिकेट बनवान के लिए जुटी भीड़.

CAA के लागू होने के बाद से युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक अपना और परिवार के लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं. उनके मन में इस कदर इस कानून का भय बैठ गया है, कि वे चाहते हैं कि उनका जन्म पत्र जल्द से जल्द बन जाए. यही वजह है कि गोरखपुर के नगर निगम स्थित जन्म प्रमाण पत्र कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की लंबी लंबी लाइन देखने को मिल रही है.

नगर निगम के जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर तैनात क्लर्क दीपक कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि 10 दिन से भीड़ बढ़ गई है. रोज डेढ़ सौ से अधिक लोग आ रहे हैं. इसमें 70 से 75% आवेदक मुस्लिम परिवार के लोग हैं.

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उन्होंने बताया कि उनके पास 1947 के जन्म तक का प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन आया है. इसके अलावा 1965 और 70 में पैदा हुए लोग भी आवेदन कर रहे हैं. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था.

Intro:गोरखपुर नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से नगर निगम में जन्म प्रमाण पत्र पंजीकरण कार्यालय पर बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने वालों की होड़ सी मच गई है। गोरखपुर के जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की भीड़ उमड़ रही है। जहां पहले पूरे दिन में दो से चार आवेदन आते थे, अब वही 100 से ज्यादा आवेदन जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आ रहे हैं।


Body:नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक अपना और परिवार के लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। उनके मन में इस कदर इस कानून का भय बैठ गया है, कि वे चाहते हैं कि उनका जन्म पत्र जल्द से जल्द बन जाए। यही वजह है कि गोरखपुर के नगर निगम स्थित जन्म प्रमाण पत्र कार्यालय पर बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक की लंबी लंबी लाइन देखने को मिल रही है।

नगर निगम के जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर तैनात क्लर्क दीपक कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि 10 दिन से भीड़ बढ़ गई है। रोज डेढ़ सौ से अधिक लोग आ रहे हैं। इसमें 70 से 75% आवेदक मुस्लिम परिवार के लोग हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास 1947 के जन्म तक का प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन आया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 1965 और 70 में पैदा हुए लोग भी आवेदन कर रहे हैं इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था।

बाइट दीपक कुमार श्रीवास्तव, क्लर्क जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय नगर निगम गोरखपुर


Conclusion:सीएए का खौफ लोगों के दिल में इस कदर बैठ गया है कि इसे जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय पर आए लोगों के चेहरे पर दिख रहे खौफ से आसानी से समझा जा सकता है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे लोगों को जागरूक करें, जिनके दिल में इस तरह का खौफ व्याप्त है।



निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738
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