गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचेंगे. वह यहां 3 दिनों तक रुकेंगे. इस दौरान वह विजयदशमी पर्व पर निकलने वाले परंपरागत जुलूस का बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर नेतृत्व करेंगे. गोरखनाथ पीठ की परंपरा को निभाने के लिए योगी हर साल नवरात्र की अष्टमी तिथि की रात में महानिशा का पूजन गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में करते हैं. इस दौरान वह शस्त्र पूजन के साथ हवन भी करेंगे. इसी क्रम में आज शाम 6:00 बजे से ही मंदिर में गौरी-गणेश की पूजा के साथ ही वरुण, पीठ यंत्र, स्थापित मां दुर्गा और भगवानराम, लक्ष्मण, सीता के साथ अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जाएगी.
इस बारे में मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर में स्थापित देवी दुर्गा के विशेष पूजा-पाठ का विधान है, जिसको गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ संपन्न कराते हैं. मुख्यमंत्री होने के बाद वह अब 9 दिन लगातार पूजा में शामिल तो नहीं हो रहे हैं लेकिन, कलश स्थापना के साथ वह अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि की पूजा में शामिल होते हैं. विजयादशमी को मंदिर परिसर से भव्य जुलूस निकलता है जो मानसरोवर स्थित रामलीला मैदान तक पहुंचता है. यहां योगी शिव मंदिर में पूजा करते हैं और रामलीला के पात्र राम, लक्ष्मण, सीता की आरती उतारने के साथ उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करते हैं. इसके पहले वह अष्टमी तिथि के दिन जो इस बार 23 अक्टूबर को पड़ रही है, रात्रि में महानिशा पूजन को संपन्न कराते हैं. इस दौरान शारीरिक और मानसिक क्लेश के साथ जग के कल्याण के लिए सात्विक बलि भी देते हैं, जिसमें नारियल, गन्ना, केला और जायफल को शामिल किया जाता है.
गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका में सीएम योगी पूजन स्थल पर उगे हुए जौ की जई को आचार्यगणों के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के बीच मंगल कामना के साथ श्रद्धालुओं को प्रदान करेंगे. हवन वेदी पर ब्रह्मा-विष्णु-महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन की शुरुआत होगी. विजयादशमी के दिन मंदिर में तिलक और भंडारे का भी आयोजन होता है, जिसमें श्रद्धालु जन भंडारा-प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसके पूर्व नवमी तिथि को गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्या पूजन और कन्या भोज कार्यक्रम को भी संपन्न करेंगें.
CM योगी आज पहुंचेंगे गोरखपुर, महानिशा पूजन और विजयादशमी जुलूस में होंगे शामिल - gorakhpur news in hindi
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ आज 3 दिवसीय प्रवास पर गोरखपुर पहुंचेंगे. यहां वह नवरात्र की अष्टमी को महानिशा पूजन कर विजयदशमी को निकलने वाले परम्परात जुलूस में शामिल होंगे.
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचेंगे. वह यहां 3 दिनों तक रुकेंगे. इस दौरान वह विजयदशमी पर्व पर निकलने वाले परंपरागत जुलूस का बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर नेतृत्व करेंगे. गोरखनाथ पीठ की परंपरा को निभाने के लिए योगी हर साल नवरात्र की अष्टमी तिथि की रात में महानिशा का पूजन गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में करते हैं. इस दौरान वह शस्त्र पूजन के साथ हवन भी करेंगे. इसी क्रम में आज शाम 6:00 बजे से ही मंदिर में गौरी-गणेश की पूजा के साथ ही वरुण, पीठ यंत्र, स्थापित मां दुर्गा और भगवानराम, लक्ष्मण, सीता के साथ अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जाएगी.
इस बारे में मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर में स्थापित देवी दुर्गा के विशेष पूजा-पाठ का विधान है, जिसको गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ संपन्न कराते हैं. मुख्यमंत्री होने के बाद वह अब 9 दिन लगातार पूजा में शामिल तो नहीं हो रहे हैं लेकिन, कलश स्थापना के साथ वह अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि की पूजा में शामिल होते हैं. विजयादशमी को मंदिर परिसर से भव्य जुलूस निकलता है जो मानसरोवर स्थित रामलीला मैदान तक पहुंचता है. यहां योगी शिव मंदिर में पूजा करते हैं और रामलीला के पात्र राम, लक्ष्मण, सीता की आरती उतारने के साथ उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करते हैं. इसके पहले वह अष्टमी तिथि के दिन जो इस बार 23 अक्टूबर को पड़ रही है, रात्रि में महानिशा पूजन को संपन्न कराते हैं. इस दौरान शारीरिक और मानसिक क्लेश के साथ जग के कल्याण के लिए सात्विक बलि भी देते हैं, जिसमें नारियल, गन्ना, केला और जायफल को शामिल किया जाता है.
गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका में सीएम योगी पूजन स्थल पर उगे हुए जौ की जई को आचार्यगणों के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के बीच मंगल कामना के साथ श्रद्धालुओं को प्रदान करेंगे. हवन वेदी पर ब्रह्मा-विष्णु-महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन की शुरुआत होगी. विजयादशमी के दिन मंदिर में तिलक और भंडारे का भी आयोजन होता है, जिसमें श्रद्धालु जन भंडारा-प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसके पूर्व नवमी तिथि को गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्या पूजन और कन्या भोज कार्यक्रम को भी संपन्न करेंगें.