गोरखपुर: देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रपौत्र डॉ. अशोक प्रसाद ने कहा कि देश में शांति बहाली के लिए सरकार को चाहिए कि वह नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) में व्याप्त कंफ्यूजन को दूर करे. जहां तक वह पढ़कर समझ पाए हैं, उससे यही लगता है कि इसको पढ़ने के दौरान कई बार अलग-अलग पहलू निकल कर सामने आते हैं, जिससे कन्फ्यूजन पैदा होता है. लेकिन इसे पूरी तरह से जनता की समझ के लायक बनाया जाना उचित है.
डॉ. अशोक प्रसाद ने कहा कि इसी उलझन और नासमझी की वजह से देश में दंगा हुआ और 18 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई. अशोक प्रसाद से मिलने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके आवास पर गए, डॉ. अशोक प्रसाद ने ईटीवी भारत से सीएम के साथ हुई बातचीत और CAA के मुद्दे पर खास बातचीत की.
कौन हैं डॉ. अशोक प्रसाद
डॉ. अशोक प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बेटे मृत्युंजय प्रसाद की बेटी के बेटे हैं. उनकी माता का नाम उषा प्रसाद है. इनका जन्म पटना में हुआ था और यह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से न्यूरोफार्मोकोलॉजी में डॉक्टर की डिग्री हासिल किए हुए हैं. इसके अलावा कई और विधाओं में इनके पास उच्च डिग्री हासिल है. ये गोरखपुर शहर में एक विद्वान व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं.
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डॉ. अशोक प्रसाद ने रविवार को सीएम योगी से मिलकर CAA को लेकर समाज में व्याप्त कन्फ्यूजन को दूर करने में सहयोग देने की बात कही. वहीं उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि इस एक्ट में कई कन्फ्यूजिंग पहलू निकलकर सामने आए हैं, जिसको समझना उनके लिए कई बार मुश्किल होता है. उन्होंने कहा कि इस एक्ट के तहत प्रताड़ित हुए लोगों को चिन्हित किया गया है.
...तो बचाई जा सकती थी 18 लोगों की जिंदगी
इस एक्ट के लिए लोगों को जागरूक करने का जो बीजेपी प्रयास कर रही है और मुख्यमंत्री घर-घर जा रहे हैं, उसकी सराहना डॉक्टर अशोक प्रसाद ने किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी पहल की जानी चाहिए. ऐसी पहल और पहले करनी चाहिए थी जिससे देश में दंगा नहीं भड़का होता और 18 लोगों को अपनी जान नहीं गवानी पड़ती. उन्होंने देश मे CAA को लेकर भड़के दंगे और जान गंवाने वालों पर दु:ख व्यक्त किया.