गोरखपुरः दो दिवसीय दौरे पर सीएम योगी गोरखपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने फर्टिलाइजर कैंपस में पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय गोरखपुर की क्षमता विस्तारीकरण और नवीन पीएसी-8 महिला बटालियन गोरखपुर के आवासीय-अनावासीय भवनों के निर्माण का शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने 562 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया.
गोरखपुर को मिले दो संस्थान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस और गोरखपुरवासियों को भी बधाई देता हूं कि आज माघ पूर्णिमा का दिन है. इस अवसर पर एक साथ दो संस्थान गोरखपुर को मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में जिस तरह से अपराध का स्वरूप बदल रहा है, उस दौर में स्मार्ट पुलिसिंग लोगों के बीच विश्वास पैदा करेगी.
सीएम ने पुलिस जवानों और अधिकारियों को दी बधाई
सीएम ने कहा कि पुलिस ट्रेनिंग स्कूल गोरखपुर में पीएसी सेंटर में संचालित हो रहा था. इसकी क्षमता भी कम थी. इसकी क्षमता को दोगुना करने और इसका अपना स्वयं का कैंपस हो, जहां पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पुलिसकर्मियों को बेहतर ट्रेनिंग दी जा सके. उस बेहतर ट्रेनिंग के लिए उनका स्वयं का एक सेंटर हो. 25 वर्षों से गोरखपुर का यह पुलिस ट्रेनिंग स्कूल जमीन के अभाव में अपना स्वयं का ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट नहीं खोल पा रहा था. आज गोरखपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस के कार्मिकों के लिए एक नए ट्रेनिंग स्कूल के लिए भूमि भी मिली है. उसके भवन के शिलान्यास का कार्यक्रम संपन्न हो रहा है. इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश पुलिस जवानों, अधिकारियों, गोरखपुरवासियों सहित युवाओं को हृदय से बधाई देता हूं.
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गोरखपुर में पुलिस पीएसी वाहिनी महिला विंग का गठन
उन्होंने कहा कि 13वीं पीएसी की नई जो वाहिनियां गठित हो रही हैं, उसमें गोरखपुर, लखनऊ और बदायूं में पीएसी की जिस नई पुलिस पीएसी वाहिनी महिला विंग का गठन होने जा रहा है, उसका भी शिलान्यास आज हम सब यहां पर करने जा रहे हैं. यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है.
2017 में उत्तर प्रदेश पुलिस के डेढ़ लाख पद थे खाली
उन्होंने कहा कि 2017 में हमारी सरकार बनी थी, तो उस समय उत्तर प्रदेश पुलिस में लगभग डेढ़ लाख पद खाली थे. अनुमान कर सकते हैं, देश में आबादी का सबसे बड़ा राज्य कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सबसे ज्यादा चैलेंज है. जहां पर हर दूसरे-तीसरे दिन एक बड़ा दंगा होता था. पेशेवर अपराधी यहां पर संगठित अपराध को बढ़ावा देते थे. अपराध कुछ लोगों का व्यापार बन चुका था. ऐसे लोगों पर लगाम कसने के लिए पुलिस और सक्षम हो. इसके लिए हमारे पास पर्याप्त मैन पावर नहीं था.
पिछली सरकारों ने उत्तर प्रदेश की सुरक्षा के साथ किया खिलवाड़
पुलिसकर्मियों का इतना अभाव था कि कुल 3.30 लाख की क्षमता उत्तर प्रदेश पुलिस की होनी चाहिए थी. उसमें से आधी जगह खाली पड़ी थी. पीएससी कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं. जैसे पूरे उत्तर प्रदेश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की शरारत हो रही हो और यह कार्य पिछली सरकारों ने किया है. हम लोगों ने न सिर्फ इन भर्तियों को स्ट्रीम लाइन किया. हमारे पास कुल 6 हजार ट्रेनिंग स्कूल रहे हैं. हम लोगों ने इसको बढ़ा कर 12 हजार किया है. इसके अलावा पहली बार उत्तर प्रदेश के इतिहास में हुआ कि जब हम अपनी पुलिस को ट्रेनिंग के लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी और अन्य राज्यों के ट्रेनिंग केंद्र के लिए जिसके माध्यम से हम समय पर भर्ती को आगे बढ़ा सकें.
85 हजार पुलिसकर्मियों की जा चुकी है भर्ती
सीएम ने कहा कि आज मुझे पता है कि अब तक हम 85 हजार पुलिस की भर्ती को प्रदेश के अंदर पूरी ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से संपन्न कर चुके हैं. शेष जो भर्ती है, इसको पूरी करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अच्छी कानून व्यवस्था निवेश और विकास का भी आधार बनती है. सुरक्षा की बेहतर स्थिति इसको प्राप्त करने की दिशा के लिए आवश्यक है कि हम लोग ट्रेनिंग का बेहतर माहौल प्रदेश के अंदर बनाएं.
पुलिसकर्मियों की बुनियादी सुविधाओं पर दिया गया ध्यान
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने गृह विभाग के बजट को बढ़ाकर के केवल ट्रेनिंग सेंटर नहीं बनाएं, बल्कि पुलिसवालों की बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान दिया. आज हम लोग इस स्थिति में आए हैं कि 7 और जिलों में पुलिस लाइन की आप कल्पना कर सकते हैं. पुलिस लाइन के बगैर पुलिस ठीक उसी तरह से होती है, जैसे संविधान के बगैर देश होता है. हम लोगों ने पुलिस लाइन के लिए जमीन खरीदी है और कार्य प्रारंभ हो चुका है. यहां पर भी कार्य प्रारंभ हो चुका है.
हर पुलिस लाइन में तैनात होंगे तीन सौ पुलिसकर्मी
हर पुलिस लाइन में कम से कम दो सौ से तीन सौ पुलिस कांस्टेबल अकेले और 50 से अधिक महिला कांस्टेबल होंगी. उनके लिए बैरक की सेपरेट व्यवस्था अलग से प्रत्येक पुलिस लाइन में कर दी गई है. समय-समय पर उनके लिए कुछ रिफ्रेशर कोर्स भी प्रारंभ हो सके, जिससे वे नई तकनीक और अपराध के बदलते हुए परिवेश को ध्यान देते हुए उसे फेस कर सकें. इस दृष्टि से आज कार्यक्रम प्रदेश के अंदर प्रारंभ हुए हैं. लखनऊ और नोएडा में कमिश्नर तैनात हो चुके हैं. हमारी सरकार ने तय किया है कि 18 रेंज है. सभी में एक फॉरेंसिक लैब और एक साइबर थाना अनिवार्य रूप से होना चाहिए. हम अपनी स्वीकृति इन सब के लिए दे चुके हैं.
2021 में तैयार हो जाएगा फर्टिलाइजर कारखाना
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2016 में फर्टिलाइजर कारखाना का शिलान्यास किया. आज फर्टिलाइजर कारखाना भी तैयार हो रहा है. 2021 के प्रारंभ में फर्टिलाइजर का उत्पादन कार्य प्रारंभ करवाएंगे. भव्य उद्घाटन करवाएंगे और तब तक यहां पर फर्टिलाइजर की अपनी टाउनशिप होगी. इसके साथ ही यहां पर एसएसपी यूपी पुलिस का ट्रेनिंग सेंटर और पीएसी महिला वाहिनी का भी इस कैंपस में गठन हो चुका होगा. एक बड़ा टाउनशिप यहां बन जाएगा. जो अपने यहां के युवाओं को बहुत कुछ देने का एक केंद्र होगा. दूसरी बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जो आपस में एक-दूसरे के प्रति टेक्नोलॉजी का आदान-प्रदान करते हुए एक-दूसरे की सहायता भी यहां पर कर सकते हैं.