गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के पिता राजेन्द्र प्रसाद पांडेय के निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया है. उन्होंने कुलपति डॉक्टर जेपी पाण्डेय को भेजे गए शोक संदेश में कहा है कि पिता का निधन किसी भी पुत्र के लिए दुखदाई होता है, लेकिन विधि के विधान को हमें स्वीकार करना ही पड़ता है. मुख्यमंत्री ने महायोगी गुरु गोरखनाथ से प्रार्थना किया है कि दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें और आप सबको इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. बता दें कि राजेन्द्र पाण्डेय का निधन मंगलवार को 3 बजे असामयिक निधन हो गया. वह 89 वर्ष के थे।
राजेन्द्र प्रसाद पांडेय सितंबर 2020 में कोरोना पॉजिटिव हो गए थे और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में भर्ती थे. कोरोना से ठीक होकर वह सकुशल वापस लौट आए थे. वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे. बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की देख देख में उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार की सुबह तबीयत बिगड़ने और सांस लेने में तकलीफ होने के कारण उन्हें तारामंडल स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने देर शाम अंतिम सांस ली.
राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय मूलतः गोरखपुर जनपद के चारपानी के निवासी थे. इन्होंने भारतीय सेना में रहते हुए लंबी अवधि तक देश की सेवा की. इसके बाद कुछ समय तक फर्टिलाइजर में भी सेवाएं दीं. इंस्ट्रूमेंटेशन में उन्हें विशेषज्ञता हासिल थी. वह आजीवन गरीबों की मदद और सेवा में लगे रहे. उनके गांव और निकटवर्ती क्षेत्र के लोग उनके सामाजिक सरोकारों के लिए उन्हें भाली भांति जानते थे. राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय के ज्येष्ठ पुत्र राम कुमार पांडेय बैंक ऑफ बड़ौदा से सेवानिवृत्त होकर इस समय अपना कारोबार करते हैं. द्वितीय पुत्र प्रो. जेपी पांडेय फिलहाल एमएमएमयूटी के कुलपति हैं. कनिष्ठ पुत्र डॉ. एसपी पांडेय राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, आजमगढ़ के निदेशक हैं. पाण्डेय के असामयिक निधन से पूरे क्षेत्र सहित विश्वविद्यालय परिसर में शोक की लहर दौड़ गई है.