गोरखपुर: दो दिवसीय दौरे पर अपने गृह जनपद पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद देर शाम नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े मठ गुरु गोरक्षनाथ मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने गुरु गोरखनाथ के दर्शन कर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के समाधि स्थल पर पहुंचकर माथा टेका. देर रात गोरखनाथ के मुख्य मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित भजन संध्या और प्राकट्य उत्सव में सम्मिलित हुए. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा-अर्चना कर प्राकट्य उत्सव को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में सीएम योगी हुए शामिल. सैकड़ों वर्षों से गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित भजन संध्या और प्राकट्य उत्सव को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता रहा है. हालांकि, इस बार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से यह उत्सव बड़े ही सीमित रूप में मनाया गया. गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में लोक गायक राकेश श्रीवास्तव ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विभिन्न भजनों व आरतियों को गाकर पूरे मंदिर परिसर को कृष्णमय कर दिया.
गुरु को प्रणाम करते सीएम योगी मंदिर में नाथ संप्रदाय से जुड़े हुए अनुयायी और मंदिर के कार्यकर्ता ही इस पूरे कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई थी. वहीं पूरे कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखा गया. देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के प्रांगण में पहुंचे और श्रीकृष्ण झांकी में झूले पर बाल्यावस्था में विराजमान श्री कृष्ण की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा-अर्चना व आरती की. वहीं प्राकट्य अवसर पर मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण को झूला झुलाकर एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म उत्सव की बधाई दी.