गोरखपुर: सावन मास के पहले दिन सीएम योगी ने पौराणिक मानसरोवर शिव मंदिर में पूजा की. इसके बाद उन्होंने रामलीला मैदान के जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण किया और प्रदेश वासियों को सावन मास के शुरूआत की बधाई दी. इसके बाद सीएम योगीराज गंभीर नाथ प्रेक्षागृह पहुंचे और कोटेदारों के सम्मान और लाभांश के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान सीएम की मौजूदगी में प्रदेश सरकार और सीएससी E-governance सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुआ.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 80 हजार राशन की उचित दर की दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में बनाए जाने की योजना की शुरुआत किया. साथ ही प्रति कुंतल के हिसाब से कोटेदारों को मिलने वाले 70 रुपये के लाभांश में 20 रुपये की वृद्धि कर दी. लाभांश में 20 रुपये की वृद्धि के बाद कोटेदारों को अब 90 रुपये लाभांश मिलेगा. सीएम ने कहा कि सीएससी यानी कि कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से कोटे की दुकान पर गांव में ही आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजली का बिल और रुपए के लेनदेन की भी प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी. जिससे लोगों को शहरों तक और बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.
जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आस्था और परंपरा को सम्मान देते हुए सीएम योगी के मार्गदर्शन में गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास स्थित पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व वाले मानसरोवर शिव मंदिर और मंदिर के पास स्थित रामलीला मैदान अंधियारी बाग का पर्यटन विकास कराया गया है. मानसरोवर शिव मंदिर को सजाने-संवारने में 6.01 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. मंदिर परिसर में मल्टीपर्पज हॉल, प्रसाधन, 50 लोगों की क्षमता का रैन बसेरा, दो टूरिस्ट शेल्टर, परिसर स्थित सरोवर पर रेड स्टोन रेलिंग, हवन कुंड, रेड स्टोन पाथवे, उद्यान, महिला-पुरुष व दिव्यांगजन के लिए टॉयलेट ब्लॉक, पार्किंग, बाउंड्रीवॉल का निर्माण, लैंडस्कैपिंग, प्रवेश द्वार, पार्किंग के निर्माण के साथ ही सोलर पैनल लगाए गए हैं.
मानसरोवर शिव मंदिर के पास स्थित रामलीला मैदान (अंधियारीबाग) का जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण 1. 64 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है. रामलीला के लिए मंच, ग्रीन रूम, बाउंड्रीवॉल, टॉयलेट ब्लॉक, उद्यान, दो प्रवेश द्वार बनाने के साथ ही लैंडस्कैपिंग भी कराई गई है. रामलीला मैदान में स्थित डॉ बीआर अंबेडकर की प्रतिमा स्थल का सौंदर्यीकरण भी कराया गया है. गौरतलब है कि प्रदेश भर में राशन की 80 हजार के करीब उचित दर की दुकानें हैं. इन दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर बनाए जाने से जहां कोटेदारों की आय में वृद्धि होगी, वहीं आमजन को भी काफी सुविधा मिलेगी. राशन प्राप्त करने के साथ ही लोग राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर लिस्ट से जुड़े कार्य अब कोटेदारों के यहां ही करा सकेंगे. कोटेदार के यहां हर वह सुविधा मिलेगी जो सीएससी पर मिलती है. कोटेदारों को सीएससी का दर्जा देने की कार्ययोजना सरकार के सौ दिन के लक्ष्य के अंतर्गत पूरी की गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत काम करने वाले कोटेदार इतने भाग्यशाली हैं कि वह गरीबों, निराश्रितो तक खाद्यान्न पहुंचाकर मुफ्त में लाभ कमा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अन्न ब्रह्म है, इसके माध्यम से जिसको भी बेसहारा और जरूरतमंदों की सेवा और मदद करने का अवसर मिलता है वह महान है. कोटेदार ऐसे ही महानता की श्रेणी में खड़े हैं. भले ही इसके लिए उन्हें खुद की पूंजी से कुछ नहीं देना है. उन्होंने कहा व्यवस्था देने वाली सरकार है, लेकिन जिस भावना और जिम्मेदारी के साथ वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं उसके लिए वह बधाई के पात्र हैं. कोरोना काल में तो कोटेदारों की भूमिका बेहद ही सराहनीय रही है. यही वजह है कि उनके प्रयासों की चर्चा प्रदेशों से होते हुए केंद्र तक जा पहुंची तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान और लाभांश को बढ़ाने का निर्णय लिया.
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