गोरखपुर: जनपद के चंपा देवी पार्क में सोमवार एक हजार से अधिक जोड़ों का मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ( cm samuhik vivah yojana) के अंतर्गत विवाह कराया गया. इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि बाल विवाह और दहेज कुप्रथा के खिलाफ सभी लोगों को संकल्प लेना चाहिए. दहेज मुक्त शादियों, सामूहिक विवाह कार्यक्रमों से जुड़कर हम सभी दहेज कुप्रथा और इससे जुड़ी अन्य कुरीतियों के समाधान में अपना योगदान दे सकते हैं. सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों से बाल विवाह और दहेज जैसी कुप्रथाओं पर अंकुश लगता है. कहा कि जिन लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, उनके घर में कन्याओं की शादी बड़ी समस्या थी. कई कन्याएं कुंवारी रह जाती थीं. 2017 में जब प्रदेश में डबल इंजन की भाजपा सरकार बनी तो इस समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की गई. इसके तहत प्रति जोड़े की शादी के लिए पहले 31 हजार और फिर बढ़ाकर 51 हजार रुपये की धनराशि तय की गई. प्रदेश में अब तक करीब दो लाख शादियां इस योजना के अंतर्गत संपन्न हो चुकी हैं.
बिना भेदभाव सबको मिल रहा शासन की योजनाओं का लाभ
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से काम कर रही है. समाज के हर तबके को बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. पीएम मोदी ने 2014 में सबका साथ, सबका विकास का जो मंत्र दिया था, वह आज प्रदेश में मूर्त रूप में नजर आता है. वर्तमान में प्रदेश के एक करोड़ परिवारों को प्रतिमाह एक हजार रुपये की दर से वृद्धा, निराश्रित, दिव्यांग पेंशन का लाभ मिल रहा है. 15 करोड़ लोगों को कोरोना काल से मुफ्त राशन की सुविधा मिल रही है.
जोड़ों के परिजनों के साथ हम स्वयं भी गौरवांवित
सीएम योगी ने कहा कि किसी द्वारा निजी संसाधन से अपनी बिटिया की शादी का आयोजन किए जाने पर उनका और मंच पर मौजूद सांसदों-विधायकों का शामिल हो पाना मुश्किल होता. पर सामूहिक विवाह के इस भव्य कार्यक्रम में वह स्वयं आए हैं, सांसद, विधायक, महापौर भी मौजूद हैं. इससे वैवाहिक सूत्रबन्धन में बंध रहे जोड़ों के परिजन तो गर्व की अनुभूति कर ही रहे होंगे, वह खुद और सांसद-विधायक भी यहां आकर गौरवांवित महसूस कर रहे हैं.
नवयुगलों को श्रीराम-जानकी के विवाह की स्मृतियों से जोड़ा मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री ने नवयुगलों को श्रीराम-जानकी के विवाह की पावन स्मृतियों से भी जोड़ा. उन्होंने कहा कि आज विवाह पंचमी है. इसी तिथि पर भगवान श्रीराम और माता जानकी का विवाह संपन्न हुआ था. आज की तिथि में यह कार्यक्रम होने से हम सभी हजारों वर्ष पहले श्रीराम-जानकी विवाह की पावन स्मृतियों से भी जुड़ रहे हैं. यह खुशनुमा और सौभाग्यशाली माहौल है.
इसके अलावा सीएम योगी जटाशंकर गुरुद्वारा में आयोजित नवे सिख गुरु तेग बहादुर के 347वें शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कहा कि सिख गुरुओं की महान परंपरा हम सबके लिए प्रेरणादायी है. यह परंपरा हमें धर्म, संस्कृति और राष्ट्रीयता की रक्षा के प्रति आग्रही बनाती है. इस परंपरा का अनुसरण कर हम देश और समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं. आगे कहा कि, गुरु तेग बहादुर के त्याग और बलिदान से आज अपना देश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि ने कहा कि आज देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. पर, हमें याद रखना होगा कि देश की आजादी का अमृत महोत्सव महापुरुषों के त्याग और बलिदान की नींव पर प्राप्त हुआ है. आजादी का अमृत महोत्सव गुरु तेग बहादुर जी महाराज के बलिदान से एक नई प्रेरणा प्राप्त करने का भी अवसर है. सिख गुरुओं का गौरवशाली इतिहास है. गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक भक्ति और शक्ति का एक अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है. यह हर भारतीय के मन में न केवल धर्म और संस्कृति के संरक्षण के प्रति बल्कि प्मातृभूमि के प्रति भी उतना ही आग्रही बनाता है. क्रूरता और बरर्बरता के खिलाफ गुरु तेग बहादुर जी ने मजबूती के साथ आवाज उठाई थी. उनकी यह आवाज, उनका बलिदान कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिये थी. सीएम ने सबका आह्वान किया कि हम सभी अपने पूर्वजो, पूज्य गुरुओं, पूज्य संतो और महापुरुषोंसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में सदैव आगे बढ़ने के लिये प्रेरित हों.
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