गोरखपुरः यीशु मसीह के जन्मोत्सव (Birthday of jesus christ) को लेकर ईसाई समाज के लोगों ने तैयारी शुरू कर दी हैं. सेण्ट एण्ड्रयूज कॉलेज (St Andrew College Gorakhpur) में मैरी क्रिसमस समारोह का तीन दिनों का एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. ईसाई समाज यीशु को धरती का सबसे बड़ा स्टार मानता है. उनके बताए रास्ते को ये लोग समाज के लिए बहुत ही उपयोगी बताते हैं. क्रिश्चियन समाज क्रिसमस पर्व पर उत्साह में पूरी तरह डूब जाता है. बुधवार से शुक्रवार तक कॉलेज में चलने वाले इस कार्यक्रम में क्रिश्चियन समाज के लोग उत्साहित हैं.
सेण्ट एण्ड्रयूज कॉलेज (St Andrew College Gorakhpur) में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेव्ह रौशन लाल ने अपने संबोधन में कहा कि स्टार की शुरुआत प्रभु यीशु मसीह से होती है. प्रभु यीशु मसीह ही सबसे बड़े स्टार थे. हम सबको अपने जीवन में मनुष्यता एवं मानवता के लिऐ ऐसा कार्य करना चाहिए, जिससे हम सभी स्टार बन जाएं. प्रभु यीशु का जन्म इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण धटना है. क्योंकि इसी घटना ने इतिहास को दो भागों में बांट दिया. ईशा पूर्व एवं ईशा के बाद हमारी तारीखें प्रभु यीशु के जन्म को प्रमाणित करती हैं.
विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल शिव जसवल ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह के बताये हुये रास्ते पर हम सभी को प्रेम एवं भाईचारे के साथ चलना चाहिए. कालेज प्रबंध समिति के सचिव प्रोफेसर जेके लाल ने कहा कि पूरे लगन और परिश्रम से जो लक्ष्य और उद्देश्य निर्धारित किया है. वह उसकी प्राप्ति कर सकता हैं. मैरी क्रिसमस के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों द्वारा 8 सामूहिक गीत प्रस्तुत किये गये. गीत के बोल थे ‘वीणा की झंकार प्रभु जी मेरी, इसके बाद दूसरा सामूहिक गीत प्रस्तुत कर दोबारा 8 गीत गाए गए.
यीशु मसीह के जीवन से सम्बंधित 8 दृश्यों का एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया. जिसका शीर्षक था ‘प्रेम का संदेश’ इस नाटक में पलक श्रीवास्तव (मरियम), अनजन्य मिश्रा (यूसुफ), प्रीति तिवारी (स्वर्गदूत जिब्रायल) ऐश्वर्य चैरसिया (राजा हेरोदेश), रंजीव (आदव), आयुषी (हवा) तथा रिषी शुक्ला, प्राची, काजल आदि की भूमिका सराहनीय थी. इसके बाद सैंटा क्लॉस का कॉलेज प्रांगण में पदार्पण होता है. सैंटा अपने साथ एक विशिष्ट उपहार लेकर आते हैं. वह उपहार प्रेम, भाई-चारा, सौहार्द का संदेश देते हैं.
जो नाटक ‘प्रेम का संदेश’ प्रस्तुत किया गया. वह लोगों में बढ़ रहे क्रोध और आवेश को कम करने वाला था. आज जहां लोग क्रोध और आवेश में आपसी प्रेम और सौहार्द को समाप्त कर ले रहें है. ऐसे समय में ‘प्रेम का संदेश’ महत्वपूर्ण हो जाता है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि रेव्ह रौशन लाल की उपस्थित रही. सभी ने क्रिसमस के आयोजन को प्रेम और भाई चारे के संदेश के साथ मानने का निर्णय लिया.