गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में अपने दो दिवसीय दौरे पर हैं. यहां जनता दरबार में जिले के कोने-कोने से आए हुए फरियादियों ने अपनी समस्या सीएम को सुनाई. खास बात यह है कि सीएम बार-बार जनता दरबार लगाते हैं. अधिकारियों को राजस्व, पुलिस के मामलों के निस्तारण में थाने और तहसील स्तर पर तेजी लाने का निर्देश भी देते हैं. बावजूद इसके जनता दरबार में शिकायतों का अंबार कम नहीं हो रहा है. सीएम अपने दौरे के साथ ही रविवार को विकास और बाढ़ की समस्याओं के साथ अधिकारियों की बैठक लेने वाले थे, लेकिन उन्होंने इसे टालते हुए सभी उच्चाधिकारियों को जनता दर्शन में पहुंचने का निर्देश दिया. इसके बाद सभी जिला स्तरीय अधिकारी सीएम के साथ जनता दरबार में मौजूद थे.
इस जनता दरबार में शामिल होने के लिए फरियादी गोरखनाथ मंदिर के सेवा आश्रम पर सुबह से ही कतार में लगे. सीएम के आते ही एक-एक कर लोगों की फरियाद सुनते हैं. फरियाद का एक ही विषय हर बार देखने को मिलता है. कोई पुलिस के लापरवाह कार्यशैली से परेशान हैं, तो किसी के जमीन का मामला महीनों और सालों बाद कोर्ट से नहीं निपट रहा है. कोई अवैध कब्जे और अन्य समस्याओं को लेकर यहां पहुंचता है. दवा और इलाज के लिए भी तमाम फरियादी जनता दरबार में आते हैं.
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लोगों की समस्याओं के निराकरण का निर्देश मुख्यमंत्री अधिकारियों को देते हैं. सोमवार को भी उन्होंने कमिश्नर गोरखपुर मंडल रवि कुमार एनजी, जिला अधिकारी, एसएसपी समेत सभी को पुलिस और राजस्व से जुड़े मामलों को स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश दिया. जनता दरबार में ऐसे मामले न आए, जो इस बात की ओर इशारा करते हो स्थानीय स्तर पर काम नहीं हो रहा है. नहीं तो जिम्मेदारों की खैर नहीं.
'जनता दरबार' के बाद मुख्यमंत्री जिले के कुछ अधिकारियों और बिजली विभाग के मुख्य अभियंता के चल रहे प्रोजेक्ट पर निर्देश देंगे. साथ ही वह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित योग दिवस के साप्ताहिक समारोह कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं. 11:30 बजे के बाद उनका लखनऊ जाने का कार्यक्रम निर्धारित हैं.
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