गोरखपुर: गोरखनाथ थाना क्षेत्र में रविवार को 15 वर्षीय किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या (murder of teenager in Gorakhpur) के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद मंगलवार सुबह परिजनों ने राजघाट पर किशोरी का दाह संस्कार किया. मृतक किशोरी की मां ने मकान मालिक पर रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया था. हालांकि किशोरी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि गोरखनाथ इलाके के काली मंदिर के पास एक किशोरी की लाश फंदे से लटकती मिली थी. परिजनों का आरोप था कि किशोरी के साथ रेप कर हत्या कर उसकी लाश को लटकाया गया. मृतक किशोरी की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. घटना के दिन की आरोपी मकान मालिक के दिनचर्या की जांच होगी. इसके साथ ही किशोरी की मां का बयान भी दर्ज किया जाएगा. जांच में सारे तथ्यों व सबूतों को जुटाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
तत्काल गिरफ्तारी की मांगः गौरतलब है कि किशोरी की मौत के बाद परिजनों ने रात में शव को रखकर जाम लगा दिया था. परिजनों की मांग थी कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. मौके पर कुछ सपा नेताओं ने भी पहुंचकर विरोध जताया था. हालांकि देर रात एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर पीड़ित के घर पहुंचे और आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद पीड़िता की मां की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया. केस दर्ज होने के बाद मंगलवार को परिजनों ने दाह संस्कार किया.
वहीं, पीड़िता की मां ने बताया कि वह और उसके पति गांव गए हुए थे. बेटी घर पर अकेली थी. मकान मालिक ने उन्हें फोन करके घटना की जानकारी दी. पीड़िता की मां ने बताया कि वे लोग घर से घटनास्थल तक पहुंचे ही थे कि पुलिस मौके पर आकर बेटी के शव को अपने साथ लेकर चली गई, जोकि गलत था. उन्होंने पुलिस वालों से कहा था कि वे लोग आ रहे हैं, तभी शव उतरवाइएगा.
मकान मलिक की नीयत थी खराबः मृतक किशोरी की मां का आरोप है कि वह जिस मकान में किराए पर रहती है, उसके मकान मालिक की नीयत उसकी बेटी के प्रति खराब थी. उसने एक दो बार कुछ ऐसा प्रयास भी किया था. रविवार को जब बेटी घर में अकेली थी तो उसके साथ दुष्कर्म किया और राज छिपाने के लिए उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. मौत के बाद पुलिस जबरदस्ती शव अपने साथ लेकर चली गई. जो भी साक्ष्य था, उसको मिटा दिया. उनकी मांग है कि उनकी बेटी के साथ हुए रेप की जांच हो. पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध है. उसकी भी जांच की जाए.मकान मालिक ही इस मामले का पूर्ण रूप से दोषी है.
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