गोरखपुर: जिले में पुलिस पर आरोप लगा है कि मामूली कहासुनी के बाद पुलिस ने विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई रमाशंकर सिंह और उनके एक मित्र राहुल को थाने ले जाकर बेरहमी से पिटाई कर दी. बताया जा रहा है कि विधायक के भाई की कार उनका मित्र राहुल ले गया था. एचएन सिंह चौराहा के पास कार से स्कूटी पर ठोकर लग गई स्कूटी एक किशोर चला रहा था. किशोर कि राहुल से कहासुनी हो गई. इस दौरान किशोर ने फोन कर कर अपने परिचित एक किशोरी को बुला लिया. किशोरी ने घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना पर दरोगा रवि प्रकाश और दो सिपाही मौके पर पहुंच गए और उन्होंने राहुल को पीटना शुरू कर दिया. इसी बीच राहुल ने फोन कर विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई रमाशंकर सिंह को घटना की जानकारी दी.
माले की जानकारी मिलने पर रामाशंकर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों को राहुल को पीटने से रोका. इसके बाद पुलिसकर्मी उनसे भी भिड़ गए. पुलिसकर्मियों ने राहुल और अमर सिंह को उनकी ही कार में बैठा लिया और शाहपुर थाने पर लेकर चले गए. आरोप है कि रास्ते में कार में भी पुलिसकर्मियों ने राहुल को पीटा. थाने ले जाने के बाद दोनों को पुलिसकर्मी उन्हें एक कमरे में ले गए. इस बीच एक सिपाही ने थाने पर मौजूद इंस्पेक्टर को घटना की जानकारी दी. इसके बाद इंस्पेक्टर बाहर निकलते इससे पहले ही पुलिसकर्मी कमरे में घुस गए और राहुल को पीटना शुरू कर दिया.
रामाशंकर के साथ घटी घटना की जानकारी उनके भाई विधायक महेंद्र पाल सिंह को मिली. इसके बाद वह तत्काल एसएसपी आवास पर पहुंच गए हैं. उनके साथ भाजपा के कई नेता भी पहुंच गए थाने पहुंच गए. एसएसपी ने विधायक की बात सुनी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने सीओ गोरखनाथ को मामले की जांच सौंपी है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
एसएसपी जोगिंदर कुमार ने इस घटना की तत्काल क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ से जांच कराई. प्रथम दृष्टया दारोगा रवि प्रकाश को दुर्व्यवहार का दोषी पाए जाने पर एसएसपी ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. दरोगा छोटेलाल और कांस्टेबल अनिल यादव को भी लाइन हाजिर किया गया.