गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पुरातन छात्र सम्मेलन होने जा रहा है. देश के रक्षा मंत्री और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हो सकते हैं. यह आयोजन फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह में किया जाएगा. रक्षा मंत्री इसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. उन्होंने इसकी मौखिक सहमति कुलपति को दे दी है.
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से 1972 में भौतिकी से एमएससी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी. इसके बाद उनका चयन टीडी कॉलेज मिर्जापुर में लेक्चरर पद पर हो गया, जिसके बाद 4 साल की छुट्टी लेकर राजनाथ सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए पंजीकरण कराया था.
विश्वविद्यालय प्रशासन इस सम्मेलन में करीब 500 पूर्व छात्रों को बुलाने की तैयारी कर रहा है. इस सम्मेलन में सांसद, विधायक, आईएस, आईएएस, अधिकारी और आम लोग जो इस विश्वविद्यालय से पढ़े हुए हैं उनको शामिल किया जाएगा. एल्युमिनाई मीट को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से कुलपति ने वार्ता की है, मौखिक सहमति भी मिल चुकी है. उनका कार्यक्रम तय होते ही समारोह की तिथि तय कर दी जाएगी.
एल्युमिनाई मीट दो दिन तक चलेगा. इन दो दिनोंं में विभिन्न कार्यक्रम होंगे. पूर्व छात्रों की सूची तैयार की जा रही है. विश्वविद्यालय के छात्र रहे पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे, सांसद जगदंबिका पाल, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक शीतल पांडे सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. इसके अलावा सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में नियुक्त अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में मुलाकात हुई थी और वहीं पर उनसे एल्युमिनाई मीट की चर्चा कर उन्हें बतौर मुख्य अतिथि आने का आग्रह किया था. उन्होंने अपनी सहमति जाहिर की थी. गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी विज्ञान में एमएससी और पीएचडी कर चुके रक्षा मंत्री का विश्वविद्यालय से काफी लगाव रहता है. उन्होंने आश्वस्त किया है, कि मार्च के प्रथम सप्ताह में वह सम्मेलन में हिस्सा लेने जरूर आएंगे. सम्मेलन में उनका शामिल होना, विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात होगी.
-प्रो. विजय कृष्ण सिंह, कुलपति
इसे भी पढ़ें: खेल में गोरखपुर का बढ़ रहा मान, राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी दिखा रहे अपना दमखम