गोरखपुर: कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पहले निदेशक की तैनाती हो गई है. गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी को इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का पहला निदेशक बनने का गौरव हासिल हुआ है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एके द्विवेदी के नाम पर मुहर लगाई है. इससे कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के संचालन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने में अब काफी मदद मिलेगी. द्विवेदी पिछले 2 वर्षों से ज्यादा समय से गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक की भूमिका बखूबी निभा रहे थे. उनके समय में एयरपोर्ट पर कई तरह की सुविधाओं का विकास हुआ, तो उड़ानों की संख्या भी बढ़ी. यात्रियों के आने-जाने की भी रिकॉर्ड संख्या भी यहां दर्ज की गई.
एके द्विवेदी के नेतृत्व में 3 से बढ़कर हुईं 9 जोड़ी उड़ानें
एके द्विवेदी के स्थान पर गोरखपुर के निदेशक की भूमिका प्रभाकर बाजपेई निभाएंगे, जो दिल्ली से यहां आ रहे हैं. वे दिल्ली एयरपोर्ट पर सहायक महाप्रबंधक की भूमिका में थे. एके द्विवेदी 26 मार्च 2019 को गोरखपुर एयरपोर्ट के निदेशक विमानपत्तन बनाए गए थे. जब इन्होंने चार्ज लिया, तब यहां से मात्र 3 उड़ानें हुआ करती थीं. एयरपोर्ट का स्वरूप भी एयरपोर्ट जैसा नहीं था, लेकिन पिछले 2 सालों में यहां से प्रतिदिन 18 उड़ानें होती हैं. एयरपोर्ट भी अब एयरपोर्ट के रूप में तैयार हो गया है, जो महायोगी गुरु गोरक्षनाथ टर्मिनल के नाम से जाना जाता है. एके द्विवेदी कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निदेशक का इस दौरान कार्यभार देख रहे थे, जो अब स्थायी तौर पर वहां निदेशक विमानपत्तन के रूप में कार्य करेंगे.
कोरोना काल में बढ़ी यात्रियों की संख्या
कोरोना काल से पूर्व गोरखपुर एयरपोर्ट से महीने में 70 हजार से ज्यादा यात्री आवागमन कर रहे थे. कोरोना के बाद अक्टूबर माह में यात्रियों की संख्या 58 हजार हुई थी, जो बढ़कर अब 63 हजार को पार कर चुकी है. आज के समय में यहां से दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, बेंगलुरु, कोलकाता, प्रयागराज जैसे प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं.