गोरखपुरः कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन में गांव और घर से दूर मुंबई में फंसे मजदूरों को लेकर दो ट्रेन मुंबई से रविवार देर रात 12 बजे के बाद गोरखपुर पहुंचेगी. इस ट्रेन से 2400 मजदूर और कामगार गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे. इन्हें यहां से 60 बसों के माध्यम से आसपास के अलग-अलग जिलों और गांव तक पहुंचाया जाएगा. इसे लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने आज गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचकर निरीक्षण किया.
केन्द्र सरकार की पहल के बाद रेलवे स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों को उनके शहर भेज रहा है. ऐसे में ये पहला मौका होगा, जब इतनी बड़ी संख्या में मजदूर और कामगारों को लेकर दो ट्रेनें गोरखपुर पहुंच रही है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा ध्यान
2400 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ थर्मल चेकअप करने के बाद उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा जाएगा. इसके लिए जिले के प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों ने रेलवे के अधिकारियों और रेलवे पुलिस के अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान यह भी देखा गया कि कैसे उनका थर्मल चेकअप करने के बाद उन्हें बसों तक पहुंचाना है.
'एक बोगी में आएंगे 54 मजदूर'
गोरखपुर के अपर जिलाधिकारी नगर आरके श्रीवास्तव ने बताया कि मुंबई से दो ट्रेनें आज रात 12 बजे के बाद गोरखपुर आ रही है. एक ट्रेन में 1200 मजदूर और कामगार होंगे. उन्होंनें बताया कि एक बोगी में 54 यात्री आएंगे. सभी का सोशल डिस्टेंसिग के साथ थर्मल चेकअप किया जाएगा. जिनका हाई टेम्परेचर मिलेगा, उन्हें एंबुलेंस से क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा.
उन्होंने बताया कि नार्मल टेम्परेचर वालों को उनके काम की श्रेणी में बांटकर उनका खाका तैयार किया जाएगा. इसके बाद उन्हें उनके जिलों में बसों के माध्यम से भेजा जाएगा. इसके लिए 60 बसों को लगाया गया है. इसके बाद आने वाली ट्रेनों से आने वाले मजदूरों को आगे भी ऐसे ही उन्हें उनके जिलों में भेजा जाएगा.
तैयारी में जुटी रेलवे और मेडिकल की टीम
एसपी रेलवे पुष्पांजलि ने बताया कि दो ट्रेनें आज रात में महाराष्ट्र से आनी है. यात्री को कैसे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उन्हें उनके जिले में थर्मल स्कैनिंग के बाद भेजा जाएगा और कैसे रजिस्टर मेंटेन कर उनका विवरण तैयार किया जाएगा, इसकी तैयारी चल रही है. इसके लिए आरपीएफ, जीआरपी, जिला प्रशासन, मेडिकल और रेलवे की टीम लगी हुई है.
गोरखपुर: मजदूरों की ट्रेन पहुंचने से पहले रेलवे स्टेशन पर अलर्ट, अधिकारियों ने तैयार किया खाका
सरकार ने महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों और कामगारों को उनके घर भेजने की पहल की है. ऐसे में ट्रेन से उन्हें घर भेजने का फैसला उनके लिए राहत भरा है. हजारों की संख्या में आने वाले इन मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उनकी जांच कर उन्हें घर तक भेजना जिला प्रशासन कि लिए बड़ी चुनौती है.