गोरखपुर: करीब सवा दो माह पहले जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव केस मिला था, लेकिन मौजूदा समय में यह आंकड़ा 376 को पार कर गया है. इस महामारी ने अपनी चपेट में स्थानीय लोगों के साथ डॉक्टरों और नर्सों को भी ले लिया है. जिसमें बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 10 डॉक्टर और 4 नर्स शामिल हैं. गुरुवार की रात आई रिपोर्ट में रेलवे हॉस्पिटल के एक 30 वर्षीय डॉक्टर और 27 वर्षीय टीटीई भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. पिछले 48 घंटे में जिले में 48 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं.
डॉक्टर और टीटीई कोरोना पॉजिटिव
सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया है कि गुरुवार को 240 नमूनों की कोरोना जांच हुई, जिसमें 225 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, जबकि 15 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसमें रेलवे अस्पताल के डॉक्टर और टीटीई की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है. इसके पहले बुधवार को कुल 18 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे, जबकि मंगलवार को जिले में 8 कोरोना मरीज मिले थे. इस प्रकार जिले में कुल आंकड़ा मौजूदा समय में 376 हो गया है, जिसमें 13 की मौत हुई है और 245 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. वहीं 118 एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है. रेलवे के जिस टीटीई में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं, वह 26 जून को बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात था. तबीयत खराब होने पर उन्होंने खुद ही जांच के लिए अपना सैंपल रेलवे अस्पताल में दिया था, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए.
रेलवे अस्पताल दो दिनों के लिए बंद
रेलवे के डॉक्टर और टीटीई के पॉजिटिव होने के बाद रेलवे प्रबंधन ने सतर्कता बरते हुए ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल की इमरजेंसी और ओपीडी सेवा बंद दो दिनों के लिए कर दी हैं. पूरे अस्पताल को सैनिटाइज कराया गया है. साथ ही संक्रमित चिकित्सक के संपर्क में आने वाले 19 लोगों को होम क्वारंंटाइन करा दिया गया है. इसके अलावा शहर के जटेपुर मोहल्ले से दो, सहजनवा से 6, गगहा ब्लाक से दो, ब्रह्मपुर से एक और कैंपियरगंज से दो लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. ये सभी लोग मुंबई और बेंगलुरु से गोरखपुर के लिए लॉकडाउन की अवधि में घर आए थे.