गोरखपुर: कौड़िया जंगल से 22 किलोमीटर दूर राजपुरदूबी गांव में कटान से 12 घर राप्ती नदी में जलमग्न हो गए. इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया. ग्रामीणों ने बताया कि राप्ती नदी के पानी का जलस्तर बढ़ने से पूरा मकान नदी में समां गया. ग्रामीणों ने बताया कि उनके सपनों का घर पानी में डूब गया है. वे पेड़ के नीचे खाना बनाने और रहने के लिए मजबूर हैं. वहीं इनका आरोप है कि ऐसे मुश्किल दौर में प्रशासन की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं की जा रही है.
ग्रामीणों ने बताया कि मकान नदी में डूब जाने की वजह से वे पेड़ के नीचे गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. अधिकारी मौके पर आकर सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं और किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिल रही है. रात को सोने तक में डर लग रहा है. रखवाली की जा रही है कि कहीं रात में पानी का स्तर न बढ़ जाए. कटान के चलते 12 लोगों के घर पानी में डूब गए हैं. पीड़ितों का कहना है कि उनकी सालों की कमाई चंद समय में डूब गई. ग्रामीणों की मानें तो उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि करें तो क्या करें.
गोरखपुर के एसडीएम सदर मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि शहर के उत्तर में ग्रामीण इलाके में कटान तेजी से हो रही है. एक गांव में 8 घरों के नदी में विलीन होने की जानकारी मिली थी. ग्रामीणों को जमीन दिलाने और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. नदी का पानी बढ़ रहा है, जिसको देखते हुए एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
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