गोण्डा: बुधवार को बाढ़, रसायनिक और औद्योगिक जोखिम पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने टाऊन हॉल में मंडलीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला का उद्घाटन मंडलायुक्त महेंद्र कुमार और जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने किया.
आपदाओं से निपटने का दिया गया प्रशिक्षण
टाऊन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी और मंडल के सभी एडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने प्रतिभाग किया. कार्यशाला में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) ने आपदाओं से बचाव करने वाले उपकरणों का प्रदर्शनी लगाकर लोगों को जागरूक किया. साथ ही बाढ़, ओलावृष्टी, आग, भूकंप सहित 20 प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित भी किया गया.
एनडीआरएफ की मदद लेने के बताए गए तरीके
आपदाओं में खासकर बाढ़ से होने वाली जनहानि और किसानों के आर्थिक नुकसान से बचने के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की मदद प्राप्त करने के तरीके भी बताए गए. जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने आपदाओं के कारण सहित उसके रोकथाम के तरीके बताए.
अधिकारियों ने किया प्रतिभाग
मंडलीय कार्यशाला में गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती जिलों के अपर जिलाधिकारी सहित जिले के सभी अधिकारियों ने प्रतिभाग किया. वहीं आपदा प्रबंधन कार्यशाला में बाढ़ से निपटने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया.
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