गोण्डा: 7 सितंबर को जिले के महराजगंज मोहल्ले में कुएं में गिरे एक बछड़े को निकालने में लगे पांच लोगों की मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबकर मौत की पुष्टि होने पर परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सोमवार को परिजनों के साथ कई जन संगठनों ने शहर में पैदल मार्च निकाला और धरना प्रदर्शन किया.
सरकारी नौकरी की मांग
मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से पांचों लोगों की जान गई है. हम सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये व घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. इस मामले में जो भी दोषी हो, उनपर कार्रवाई की जाए.
दोषियों पर दर्ज हो हत्या का मुकदमा
अवध केसरी सेना के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा कि यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है. अवध केसरी सेना ने इस मामले में देवीपाटन मंडल के आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है. अध्यक्ष नीरज ने कहा कि हमारी प्रशासन से मांग है कि रेस्क्यू टीम पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए व पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
मामले की हो रही जांच
वहीं जब इस मामले में देवीपाटन मण्डल के कमिश्नर एसवीएस रंगाराव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नगर पालिका क्षेत्र में कुएं में 5 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में आज परिजनों व कुछ संगठनों ने प्रदर्शन किया है. 10 लाख मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है. यह मांग पत्र शासन को भेज दिया जाएगा. इस मामले में रिपोर्ट हमने मांगी है, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करेंगे.