गोंडा: खराब गुणवत्ता वाले उच्च शिक्षा संस्थानों को सहायता और लोन नहीं दिया जाएगा. जिले के दो कॉलेज जिसमें लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय और आचार्य नरेंद्र देव कृषि पीजी कॉलेज सहित अवध यूनिवर्सिटी से सम्बध 600 महाविद्यालय इसके दायरे में आएंगे.
- खराब गुणवत्ता वाले उच्च शिक्षा संस्थानों को अब किसी तरह का लोन नहीं मिल सकेगा.
- अवध यूनिवर्सिटी से सम्बंध रखने वाले 600 महाविद्यालय अब इसके दायरे में आएंगे.
- लाल बहादुर शास्त्री और आचार्य नरेंद्र देव कृषि पीजी कॉलेज का भी नाम शामिल किया गया है.
- आने वाले 2022 तक सभी उच्च शिक्षा संस्थानों पर यह व्यवस्था लागू हो जाएगी.
- उच्च शिक्षा में यह व्यवस्था लागू होने पर शैक्षिक गुणवत्ता में काफी सुधार होने की संभावनाएं हैं.
देश में उच्च शिक्षा का बढ़ावा जरूर मिला, लेकिन उसके गुणवत्ता को बढ़ावा नहीं मिल सका. देश में मुहिम चल रही है कि हमें उच्च शिक्षा की गुणवतता को बढ़ाना है. तमाम विदेशी शैक्षिक संस्थान जल्द ही देश में दस्तक देने वाले हैं. ऐसे में उनकी तुलना में हम पिछड़ जाएंगे. अगर 2022 तक एनएएसी के इन मानदंडों को जो कॉलेज नहीं फॉलो करेंगे उनको यूजीसी ग्रांट और लोन नहीं मिलेगा.
प्रोफेसर राजीव अग्रवाल, लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज