गोण्डा: योगी सरकार की पुलिस है कि सुधरने का नाम नहीं ले रही है. वर्दी के नशे में पुलिस की भी पीड़ित की समस्या सुनने के बजाय उल्टा उसे प्रताड़ित करने लगती है. ताजा मामला गोण्डा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र का है. परसपुर थाने के दारोगा व पुलिसकर्मियों पर दो युवकों को पेड़ से बांधकर पीटने का आरोप लगा है. मामले में युवकों ने एसपी से कार्रवाई की गुहार लगाई, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई.
बता दें कि परसपुर थाना क्षेत्र के चंदापुर गुरैटी गांव के रहने वाले सगे भाई राजन सिंह और सूरज सिंह पर पूर्व के एक विवाद में सुलह करने का दबाव पुलिस द्वारा बनाया जा रहा था. आरोप है कि दोनों भाइयों ने जब मामले में सुलह करने से मना कर दिया तो पुलिस दोनों को घर से जबरजस्ती पकड़कर थाने ले गई. यहां पहले तो लॉकअप में दोनों भाइयों की बेरहमी से पिटाई की गई. जब दोनों भाई पिटाई के बाद भी सुलह करने को तैयार नहीं हुए तो परसपुर थाने के दारोगा व पुलिसकर्मियों ने दोनों युवकों को पेड़ से बांधकर जमकर पीटा. इसके बाद भी जब दोनों युवक सुलह के लिए तैयार नहीं हुए तब पुलिस ने दोनों का 151 में चालान कर दिया गया.
जमानत कराकर घर पहुंचे पीड़ित युवक राजन सिंह ने बताया कि पुरानी दीपावली के समय 307 का मामला था, जिसकी रंजिश के चलते परसपुर थाने के दारोगा विपक्षी शिवप्रताप सिंह से मिलकर सुलह करने का दबाव बना रहे थे. दारोगा कह रहे थे कि तुम लोग अपना मुकदमा वापस ले लो. जब हम लोगों ने मुकदमा वापस लेने से मना कर दिया तो हमें हमारे घर से थाने उठा ले गए. थाने में दिन में तीन बार हम लोगों को बेरहमी से मारा गया. थाने के दारोगा ने हम लोगों से कहा कि तुम लोग समझौता कर लो नहीं तो तुम्हारा एनकाउंटर कर देंगे. पीड़ित ने बताया कि जब हम जमानत पर बाहर आए तो इसकी शिकायत एसपी ऑफिस में की, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई.
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वहीं परसपुर थाने में युवकों की पिटाई के मामले को लेकर पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी को ट्वीट किया है. अमिताभ ठाकुर ने पीड़ितों की पिटाई के बाद की फोटो को ट्विटर पर ट्वीट कर संबधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.