गोंडाः जिले में 12 फरवरी को थाना कटरा बाजार क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भटपुरवा निवासी रामसेवक दीक्षित ने अपनी पत्नी की हत्या हो जाने की आशंका में मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने छानबीन कर महिला को जिंदा बरामद किया है.
क्या है पूरा मामला
गोंडा जिले के थाना कटरा बाजार के गांव भटपुरवा निवासी रामसेवक दीक्षित पिछले 14 महीनों से जेल में बंद था. जेल से छूटने के बाद रामसेवक दीक्षित घर लौटे. घर में पत्नी के नहीं होने पर चार लोगों के खिलाफ कोर्ट के माध्यम से नामदर्ज अभियोग पंजिकृत करवाया था. दर्ज कराए गए मुकदमें में उसकी पत्नी की हत्या कर शव को कहीं छिपाने की बात कही गई थी. पुलिस ने मामले की छानबीन की. इसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर रामसेवक की पत्नि को जिंदा पाया. पुलिस ने महिला से पूछताछ की. पूछताछ में महिला ने बताया कि वे अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई थी. महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति शातिर किस्म का अपराधी होने के कारण वह हमेशा जेल में ही रहता था, इसलिए उसने अपनी इच्छानुसार दूसरी शादी कर ली है. अब रामसेवक से उसका कोई लेना-देना नहीं है.
अपराधी प्रवृति का है रामसेवक, कई मुकदमें हैं दर्ज
गोंडा जिले के गांव भटपुरवा निवासी रामसेवक दीक्षित अपराधी प्रवृति का है. सूबे के विभिन्न थानों के अलावा अन्य राज्यों में भी इसके विरुद्ध चोरी मारपीट सहित विभिन्न संगीन धाराओं में कई मुकदमे पंजीकृत हैं.
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बीते 12 फरवरी को कटरा बाजार अंतर्गत भटपुरवा की रहने वाली रामसेवक दीक्षित ने यह अभियोग पंजीकृत कराया था कि उनकी पत्नी की हत्या कर दी गई है. उसका शव गायब कर दिया गया है. कटरा पुलिस ने इस ने विवेचना की, तो पता चला कि जिस महिला के हत्या का अभियोग इन्होंने पंजीकृत कराया था.वह अभी जीवित है.
-पुलिस अधीक्षक, महेंद्र कुमार