गोण्डाः जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के तहत जीएसटी चोरी के संगठित गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. अमित कुमार अग्रवाल नाम के शख्स ने करीब 32 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी की है. उसने गोण्डा समेत अलग-अलग नाम से 14 फर्जी फर्म का पंजीकरण कराया है.
जाने कैसे की जा रही जीएसटी चोरी का खेलः
आपको बता दें कि पिछले दिसंबर महीने और इस साल जनवरी महीने में असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी ने शहर कोतवाली में कर चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें ये बताया गया कि फर्जी नाम से फर्म बनाकर जीएसटी चोरी की जा रही है. वाणिज्य कर के अफसरों के मुताबिक गोंडा में तिलहन, खली, मेथा आयल, मूंगफली, राईस ब्रांड के व्यापार में हो रही संगठित कर चोरी के सम्बन्ध में वाणिज्यकर मुख्यालय के निर्देश पर गोण्डा और अयोध्या के विशेष अनुसंधान शाखा के फर्मों के कर चोरी की जांच की जा रही है. जिसमें अभियुक्त अमित कुमार अग्रवाल की फर्म अमित ट्रेडिंग कम्पनी और दूसरे फर्मों के करीब 32 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की बात सामने आयी थी. जिसके सम्बन्ध में असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्यकर एसके श्रीवास्तव ने मुकदमा दर्ज कराया था. इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी और मामले की जांच के आदेश दिये थे. इस मामले में 3 लोगों आलोक जायसवाल, आदित्य जायसवाल और संतोष जायसवाल को पुलिस ने अरेस्ट किया था. वहीं आज इस टैक्स चोरी गिरोह के मास्टरमाइंड अमित अग्रवाल को बड़गांव चौराहे के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई में जुट गई है. वहीं मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद अभी और लोगों की गिरफ्तारी होनी बतायी जा रही है.
एसपी शैलेश पाण्डेय ने किया खुलासा
वहीं गोण्डा पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि करीब साढ़े 5 सौ करोड़ रुपये फर्जी टर्न ओवर के इन लोगों ने 32 करोड़ की कर चोरी की है. अमित अग्रवाल अपने कर्मचारियों के नाम से फर्जी फर्म बनाकर इस संगठित गिरोह को संचालित कर रहा था. फिलहाल जीएसटी चोर गिरोह के मास्टरमाइंड अमित अग्रवाल को गिरफ्तार कर कोर्ट भेजा जा रहा है.