गोण्डा: एक तरफ जहां सरकार स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है. वहीं जिला चिकित्सालय में अस्पताल से निकलने वाला कचरा अस्पताल परिसर में ही फेंका जा रहा है. बारिश में कूड़ा सड़ने से और भी भयावह स्थिति हो गई है, जिससे पनपने वाले मच्छरों से आने-जाने वाले मरीजों और लोगों पर संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. इन सबके बावजूद अस्पताल प्रशासन मौन है.
जिला अस्पताल में संक्रमण का बढ़ा खतरा-
- मामला जिले के बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय का है.
- अस्पताल में एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
- अस्पताल के ड्रग वेयर हाउस के बगल में ही कचरा फेंका जा रहा है.
- कई महीनों से कचरें का निस्तारण नहीं किया गया है.
- बारिश के चलते स्तिथि और भी भयावह हो गई है.
- परिसर के आसपास टहलना मुश्किल हो गया है.
- मच्छरों से संक्रमण बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है.
- आने-जाने वाले मरीजों और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्पेक्ट्रम बायो मेडिकल कंपनी को मेडिकल वेस्ट के निस्तारण का जिम्मा सौंपा गया है. इसके अंतर्गत 48 घंटे के अंदर वेस्ट का निस्तारण किया जाना है. अगर नहीं किया गया तो इस पर कार्रवाई की जाएगी.
रतन कुमार, अपर स्वास्थ्य निदेशक