गोंडा: प्रदेश सरकार ने गोंडा के सीडीओ गौरव कुमार को जनप्रतिनिधियों की शिकायत के बाद हटा दिया है. उन्हें तत्काल प्रतीक्षासूची में डाला गया है. इसके साथ ही फर्रुखाबाद की मुख्य विकास अधिकारी अरुण मौली को गोंडा जनपद की मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है.
जानकारी के अनुसार जिले में विकास योजनाओं को पिछले काफी समय से गति नहीं मिल पा रही थी. काफी समय से जिले में मनरेगा का काम जिले में पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ था. अधिकतर गांव में मनरेगा का काम बंद चल रहा है. श्रमिकों को काम नहीं मिल पा रहा है. जिले में पंजीकृत ढाई लाख श्रमिकों में से महज 10 हजार श्रमिकों को ही वर्तमान में काम कर रहे हैं. इसके अलावा मनरेगा में ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम लागू किए जाने को लेकर ग्राम प्रधान लगातार विरोध कर रहे हैं. गौरव कुमार मौजूदा मुख्य विकास अधिकारी इन हालातों से निपटने में फेल साबित हो रहे थे. जिले में विकास योजना को लेकर लगातार सीडीओ गौरव कुमार की शिकायत शासन तक पहुंचाई गई थी. जिससे जनप्रतिनिधि भी नाराज चल रहे थे. वहीं, मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में जनप्रनिधियो ने सीडीओ की शिकायत की थी. इसके बाद शासन ने सीडीओ गौरव कुमार को प्रतीक्षारत की सूची में डालते हुए महिला अरुण मौली को नई तैनाती दी है.
Gonda CDO: लापरवाही बरतने पर गौरव कुमार हटाए गए, अरुण मौली बनी नई सीडीओ - Arun Molly
गोंडा के सीडीओ ( Gonda CDO) गौरव कुमार को प्रदेश सरकार ने हटाकर प्रतीक्षा सूची में डाल दिया. इसके साथ ही अरुण मौली को जनपद का नया सीडीओ बनाया गया है. ा
गोंडा: प्रदेश सरकार ने गोंडा के सीडीओ गौरव कुमार को जनप्रतिनिधियों की शिकायत के बाद हटा दिया है. उन्हें तत्काल प्रतीक्षासूची में डाला गया है. इसके साथ ही फर्रुखाबाद की मुख्य विकास अधिकारी अरुण मौली को गोंडा जनपद की मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है.
जानकारी के अनुसार जिले में विकास योजनाओं को पिछले काफी समय से गति नहीं मिल पा रही थी. काफी समय से जिले में मनरेगा का काम जिले में पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ था. अधिकतर गांव में मनरेगा का काम बंद चल रहा है. श्रमिकों को काम नहीं मिल पा रहा है. जिले में पंजीकृत ढाई लाख श्रमिकों में से महज 10 हजार श्रमिकों को ही वर्तमान में काम कर रहे हैं. इसके अलावा मनरेगा में ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम लागू किए जाने को लेकर ग्राम प्रधान लगातार विरोध कर रहे हैं. गौरव कुमार मौजूदा मुख्य विकास अधिकारी इन हालातों से निपटने में फेल साबित हो रहे थे. जिले में विकास योजना को लेकर लगातार सीडीओ गौरव कुमार की शिकायत शासन तक पहुंचाई गई थी. जिससे जनप्रतिनिधि भी नाराज चल रहे थे. वहीं, मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में जनप्रनिधियो ने सीडीओ की शिकायत की थी. इसके बाद शासन ने सीडीओ गौरव कुमार को प्रतीक्षारत की सूची में डालते हुए महिला अरुण मौली को नई तैनाती दी है.