गोण्डा: महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक दुनिया में स्वास्थ्य का संदेश पहुंचाने के लिए कमर कसकर तैयार हो गए हैं. योग फ्रॉम होम की थीम के साथ जिले में योग दिवस की तैयारियां शुरू हो गई हैं. नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह के दिशा-निर्देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. जिले में लगभग 4 हजार छात्र-छात्राएं योग फ्रॉम होम करेंगे. पूरे परिवार के साथ लगभग 40 हजार लोग प्रतिभाग करेंगे.
नोडल अधिकारी ने दी जानकारी
नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि योग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे हमें वैश्विक महामारी कोरोना से निजात मिल सकती है. कोरोना संक्रमण के बीच इस बार 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सभी महाविद्यालय के एनएसएस से जुड़े लोगों के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय अपनाते हुए योग दिवस मनाने के निर्देश दिए गए हैं.
'योग पूर्णतः विज्ञान'
योग दिवस पर समाज के सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रेखा शर्मा ने बताया कि योग पूर्णतः विज्ञान पर आधारित है. योग करने से हमारे शरीर की एक-एक कोशिकाओं में प्राण वायु ऑक्सीजन पहुंचती है, जिससे हमारी सभी क्रियाएं संतुलित होती हैं. साथ ही हमारे शरीर का प्रत्येक अंग सुचारू रूप से अपना काम करता है.
डॉ. रेखा शर्मा ने बताया कि जिंदगी को बेहतर ढंग से जीने के लिए योग बहुत जरूरी है. योग करने से हम मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ रहत हैं. इसके लिए योग अत्यंत आवश्यक है. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हंस कल्याणी ने कहा कि ‘योग को धर्म, आस्था और अंधविश्वास के दायरे में बांधना गलत है’. योग स्वस्थ जीवन जीने की कला है.
सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश
नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह ने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अपने घर पर अपने परिवार के साथ योग करें. योग को अपने जीवन का अंग बना लें और प्रतिदिन जीवन का आरम्भ योग से करें.