गोण्डा: शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए नगर पालिका ने कवायद शुरू कर दी है. बहुत ही जल्द नगर क्षेत्र में 4 करोड़ 97 लाख की लागत से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा. इस प्लांट के जरिए शौचालय टैंक के गाद से जैविक खाद बनाई जाएगी.
जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट
- प्रदेश सरकार की अमृत योजना के तहत शुरुआती दौर में सूबे के गोंडा, बहराइच, फतेहपुर, शामली, बस्ती और बांदा सहित 25 जनपदों का चयन किया गया है.
- इस योजना के तहत लगने वाले इस प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई को सौंपी गई है.
- जहां पर यह प्लांट लगाया जाएगा उसके चारों तरफ बाउंड्री वाल बनाई जाएगी.
- प्लांट तक टैंकों को पहुंचाने के लिए सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा.
- इस प्लांट में प्रतिदिन 32 केएलडी सेप्टिक टैंक के गाद की खपत होगी.
- इससे बनने वाली गैस को प्लांट चलाने के लिए ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा.
- बड़े पैमाने पर गैस बनने पर भविष्य में इसको रसोई गैस के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं इससे बनने वाली जैविक खाद किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी. अन्य रासायनिक खादों की अपेक्षा यह जैविक खाद 20 गुना गुणकारी होगी. इस प्लांट को चलाने के लिए लागत को पूरी तरह से शून्य करने के लिए सोलर प्लांट भी लगाए जाएंगे. जनपद में सीवरेज सिस्टम की व्यवस्था न होने के कारण इसकी नितांत आवश्यकता भी थी.
यह फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट अमृत योजना के अंतर्गत जल्द ही जिले में लगने वाला है. इसकी निविदा का कार्य हो गया है. यह ट्रीटमेंट प्लांट सैप्टिक टैंक के मल को खाद में परिवर्तित करेगा. यह पूरा ट्रीटमेंट प्लांट सोलर आधारित होगा. हमारा उद्देश्य है कि प्रदूषण को हम हर तरह से कम करें.
-पीयूष यादव, अभियंता, अमृत योजना