ETV Bharat / state

गोण्डा: फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट दिलाएगा प्रदूषण से मुक्ति, बनेगी जैविक खाद - जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट

यूपी के गोण्डा में प्रदेश सरकार की योजना अमृत योजना के तहत फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगने जा रहा है. फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई को सौंपी गई है.

etv bharat
जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट.
author img

By

Published : Jan 16, 2020, 5:13 AM IST

गोण्डा: शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए नगर पालिका ने कवायद शुरू कर दी है. बहुत ही जल्द नगर क्षेत्र में 4 करोड़ 97 लाख की लागत से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा. इस प्लांट के जरिए शौचालय टैंक के गाद से जैविक खाद बनाई जाएगी.

जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट.

जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट

  • प्रदेश सरकार की अमृत योजना के तहत शुरुआती दौर में सूबे के गोंडा, बहराइच, फतेहपुर, शामली, बस्ती और बांदा सहित 25 जनपदों का चयन किया गया है.
  • इस योजना के तहत लगने वाले इस प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई को सौंपी गई है.
  • जहां पर यह प्लांट लगाया जाएगा उसके चारों तरफ बाउंड्री वाल बनाई जाएगी.
  • प्लांट तक टैंकों को पहुंचाने के लिए सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा.
  • इस प्लांट में प्रतिदिन 32 केएलडी सेप्टिक टैंक के गाद की खपत होगी.
  • इससे बनने वाली गैस को प्लांट चलाने के लिए ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा.
  • बड़े पैमाने पर गैस बनने पर भविष्य में इसको रसोई गैस के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है.

जानकार बताते हैं इससे बनने वाली जैविक खाद किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी. अन्य रासायनिक खादों की अपेक्षा यह जैविक खाद 20 गुना गुणकारी होगी. इस प्लांट को चलाने के लिए लागत को पूरी तरह से शून्य करने के लिए सोलर प्लांट भी लगाए जाएंगे. जनपद में सीवरेज सिस्टम की व्यवस्था न होने के कारण इसकी नितांत आवश्यकता भी थी.

यह फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट अमृत योजना के अंतर्गत जल्द ही जिले में लगने वाला है. इसकी निविदा का कार्य हो गया है. यह ट्रीटमेंट प्लांट सैप्टिक टैंक के मल को खाद में परिवर्तित करेगा. यह पूरा ट्रीटमेंट प्लांट सोलर आधारित होगा. हमारा उद्देश्य है कि प्रदूषण को हम हर तरह से कम करें.
-पीयूष यादव, अभियंता, अमृत योजना

गोण्डा: शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए नगर पालिका ने कवायद शुरू कर दी है. बहुत ही जल्द नगर क्षेत्र में 4 करोड़ 97 लाख की लागत से फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा. इस प्लांट के जरिए शौचालय टैंक के गाद से जैविक खाद बनाई जाएगी.

जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट.

जनपद में लगेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट

  • प्रदेश सरकार की अमृत योजना के तहत शुरुआती दौर में सूबे के गोंडा, बहराइच, फतेहपुर, शामली, बस्ती और बांदा सहित 25 जनपदों का चयन किया गया है.
  • इस योजना के तहत लगने वाले इस प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई को सौंपी गई है.
  • जहां पर यह प्लांट लगाया जाएगा उसके चारों तरफ बाउंड्री वाल बनाई जाएगी.
  • प्लांट तक टैंकों को पहुंचाने के लिए सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा.
  • इस प्लांट में प्रतिदिन 32 केएलडी सेप्टिक टैंक के गाद की खपत होगी.
  • इससे बनने वाली गैस को प्लांट चलाने के लिए ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा.
  • बड़े पैमाने पर गैस बनने पर भविष्य में इसको रसोई गैस के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है.

जानकार बताते हैं इससे बनने वाली जैविक खाद किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी. अन्य रासायनिक खादों की अपेक्षा यह जैविक खाद 20 गुना गुणकारी होगी. इस प्लांट को चलाने के लिए लागत को पूरी तरह से शून्य करने के लिए सोलर प्लांट भी लगाए जाएंगे. जनपद में सीवरेज सिस्टम की व्यवस्था न होने के कारण इसकी नितांत आवश्यकता भी थी.

यह फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट अमृत योजना के अंतर्गत जल्द ही जिले में लगने वाला है. इसकी निविदा का कार्य हो गया है. यह ट्रीटमेंट प्लांट सैप्टिक टैंक के मल को खाद में परिवर्तित करेगा. यह पूरा ट्रीटमेंट प्लांट सोलर आधारित होगा. हमारा उद्देश्य है कि प्रदूषण को हम हर तरह से कम करें.
-पीयूष यादव, अभियंता, अमृत योजना

Intro:शहर को स्वच्छ सुंदर एवं प्रदूषण से मुक्त दिलाने के लिए नगर पालिका ने कवायद शुरू कर दी है बहुत ही जल्द नगर क्षेत्र में 4 करोड़ 97 लाख की लागत से फीकल सल्ज ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा इस प्लांट के जरिए शौचालय टैंक के गाद से जैविक खाद बनाई जाएगी अभी तक सेप्टिक टैंक के गाद को टैंकों में भरकर खुले में सड़क के किनारे गिरा दिया जाता है जिससे जहां बड़े पैमाने पर पर्यावरण प्रदूषित होता है वही इस गाद से तमाम भयंकर बीमारियां फैलती है इस प्लांट के लग जाने के बाद लोगों को प्रदूषण व बीमारियों से काफी हद तक निजात मिलेगा।

Body:प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी अमृत योजना के तहत शुरुआती दौर में सूबे के गोंडा बहराइच फतेहपुर शामली बस्ती बांदा सहित 25 जनपदों का चयन किया गया है । इस प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई को सौंपा गया है जहां पर यह प्लांट लगाया जाएगा उसके चारों तरफ बाउंड्री वाल वहां तक टैंकों को पहुंचने के लिए सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा प्रतिदिन 32 के एल डी सेप्टिक टैंक के गाद की खपत होगी। इससे बनने वाली गैस को प्लांट चलाने के लिए ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा। बड़े पैमाने पर गैस बनने पर भविष्य में इसको रसोई गैस के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। जानकार बताते हैं इससे बनने वाली जयो खाद किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी अन्य रासायनिक खादों की अपेक्षा यह जैविक खाद 20 गुने जायदा गुणकारी होगी। इस खाद को खेतों में डालने से एक तरफ जहां रासायनिक खादों के बढ़ते उपयोग से खेतों की छारीय क्षमता में वृद्धि हो रहा है उससे किसानों को निजात मिलेगी साथ ही साथ इस प्लांट को चलाने के लिए लागत को पूरी तरह से शून्य करने के लिए सोलर प्लांट भी लगाए जाएंगे जनपद में सीवरेज सिस्टम की व्यवस्था ना होने के कारण इसकी नितांत आवश्यकता थी Conclusion:इस संबंध में पीयूष यादव ने बताया कि यह फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट अमृत योजना के अंतर्गत जल्द ही जिले में लगने वाला है इसकी निविदा का कार्य हो गया है। यह ट्रीटमेंट प्लांट सैप्टिक टैंक के मल को खाद में परिवर्तित करेगा और यह पूरा ट्रीटमेंट प्लांट सोलर आधारित होगा। हमारा उद्देश्य है कि प्रदूषण को हम हर तरह से कम करें।

बाईट- पीयूष यादव(अभियंता, अमृत योजना)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.