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कांग्रेस और सपा-बसपा के समय में बिजली भी जाति देखकर दी जाती थी : सीएम योगी - सीएम योगी

गोंडा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा और बसपा की सरकारों ने प्रदेश की जनता को बिजली नहीं दीं. उनके समय में बिजली की भी जाति होती थी. ईद होगी तो बिजली आएगी, होली होगी तो बिजली नहीं आएगी. दीपावली होगी तो बिजली नहीं आएगी, मोहर्रम होगा तो बिजली आएगी.

जनसभा को संबोधित करते यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ.
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Published : Apr 29, 2019, 11:15 PM IST

गोंडा : जिले के डुमरियाडीह गांव में सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को सम्बोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ देशद्रोहियों के साथ है. सपा-बसपा गठबंधन को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इनके शासन काल में बिजली का भी धर्म होता था. दीपावली में बिजली नहीं आती थी, मोहर्रम में बिजली आती थी.

सीएम योगी के भाषण के प्रमुख अंश

  • सपा-बसपा के शासनकाल में सड़कों की स्थिति क्या थी? सबको मालूम है. मुझे भी मां पाटेश्वरी के दर्शन करने जाने में lrv घंटे का समय लग जाता था.
  • बटाला हाउस में जब हमारा दिल्ली पुलिस का जवान शहीद होता है तो उनके शहादत पर कांग्रेस द्वारा प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाता है.
  • अगर कहीं आतंकवादी मारा जाता है, तो सोनिया गांधी को रात भर नींद नहीं आती है. यानी आतंकवादियों के मारे जाने पर इनके यहां आंखों से आंसू निकलते थे और अगर भारत का जवान कहीं शहीद होता है तो उस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना कांग्रेस की आदत में शुमार हो चुका है.
  • प्रश्नचिन्ह केवल बटाला हाउस पर ही नहीं खड़ा किया गया था, यह प्रश्न उन्होंने तब भी खड़ा किया था, जब पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए थे.
  • चाहे सपा हो बसपा हो, यह तथाकथित सेकुलरिज्म का ठेका लेने वाले उन राजनीतिक दलों ने किस तरह जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया था.
  • एक तरफ आतंकवादियों पर सहानुभूति और दूसरी तरफ जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना, यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना नहीं तो क्या है?
  • समाजवादी पार्टी की सरकार जब 2012 में आई थी, तो संकट मोचन पर आतंकी हमला करने वाले, सीआरपीएफ कैंप रामपुर में आतंकी हमला करने वाले, लखनऊ, फैजाबाद रामपुर के कचहरी पर आतंकी हमला करने वाले, गोरखपुर में सीरियल विस्फोट करने वाले आतंकवादियों के मुकदमों को वापस करने का निर्णय पहले ही कैबिनेट बैठक में समाजवादी पार्टी की सरकार ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में लिया था.
  • कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को देखकर कहा जा सकता है कि कांग्रेस का साथ देशद्रोहियों के साथ है.
  • चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती. सपा और बसपा की सरकारों ने प्रदेश की जनता को बिजली नहीं दीं. उनके समय में बिजली की भी जाति होती थी. ईद होगी तो बिजली आएगी, होली होगी तो बिजली नहीं आएगी. दीपावली होगी तो बिजली नहीं आएगी, मोहर्रम होगा तो बिजली आएगी. विकास उनके एजेंडे में कहीं था ही नहीं.इन्होंने लोकतंत्र को मजाक बना दिया था, जाति के नाम पर परिवार के नाम पर.

गोंडा : जिले के डुमरियाडीह गांव में सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को सम्बोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ देशद्रोहियों के साथ है. सपा-बसपा गठबंधन को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इनके शासन काल में बिजली का भी धर्म होता था. दीपावली में बिजली नहीं आती थी, मोहर्रम में बिजली आती थी.

सीएम योगी के भाषण के प्रमुख अंश

  • सपा-बसपा के शासनकाल में सड़कों की स्थिति क्या थी? सबको मालूम है. मुझे भी मां पाटेश्वरी के दर्शन करने जाने में lrv घंटे का समय लग जाता था.
  • बटाला हाउस में जब हमारा दिल्ली पुलिस का जवान शहीद होता है तो उनके शहादत पर कांग्रेस द्वारा प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाता है.
  • अगर कहीं आतंकवादी मारा जाता है, तो सोनिया गांधी को रात भर नींद नहीं आती है. यानी आतंकवादियों के मारे जाने पर इनके यहां आंखों से आंसू निकलते थे और अगर भारत का जवान कहीं शहीद होता है तो उस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना कांग्रेस की आदत में शुमार हो चुका है.
  • प्रश्नचिन्ह केवल बटाला हाउस पर ही नहीं खड़ा किया गया था, यह प्रश्न उन्होंने तब भी खड़ा किया था, जब पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए थे.
  • चाहे सपा हो बसपा हो, यह तथाकथित सेकुलरिज्म का ठेका लेने वाले उन राजनीतिक दलों ने किस तरह जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया था.
  • एक तरफ आतंकवादियों पर सहानुभूति और दूसरी तरफ जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना, यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना नहीं तो क्या है?
  • समाजवादी पार्टी की सरकार जब 2012 में आई थी, तो संकट मोचन पर आतंकी हमला करने वाले, सीआरपीएफ कैंप रामपुर में आतंकी हमला करने वाले, लखनऊ, फैजाबाद रामपुर के कचहरी पर आतंकी हमला करने वाले, गोरखपुर में सीरियल विस्फोट करने वाले आतंकवादियों के मुकदमों को वापस करने का निर्णय पहले ही कैबिनेट बैठक में समाजवादी पार्टी की सरकार ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में लिया था.
  • कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को देखकर कहा जा सकता है कि कांग्रेस का साथ देशद्रोहियों के साथ है.
  • चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती. सपा और बसपा की सरकारों ने प्रदेश की जनता को बिजली नहीं दीं. उनके समय में बिजली की भी जाति होती थी. ईद होगी तो बिजली आएगी, होली होगी तो बिजली नहीं आएगी. दीपावली होगी तो बिजली नहीं आएगी, मोहर्रम होगा तो बिजली आएगी. विकास उनके एजेंडे में कहीं था ही नहीं.इन्होंने लोकतंत्र को मजाक बना दिया था, जाति के नाम पर परिवार के नाम पर.
Intro:गोण्डा जिले डुमरियाडीह गांव में आज योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ देशद्रोहियों के साथ है। साथ ही साथ सपा बसपा गठबंधन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन के शासन काल में बिजली का भी धर्म होता था। दीपावली में बिजली नहीं आती थी, मोहर्रम में बिजली आती थी।




Body:गोण्डा में मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उस समय सड़कों की स्थिति क्या थी सबको मालूम है। मुझे भी मां पाटेश्वरी के दर्शन करने जाने में 3 घंटे का समय लग जाता था। उन्होंने कहा कि बटाला हाउस में जब हमारा दिल्ली पुलिस का जवान शहीद होता है तो उनके शहादत पर कांग्रेस द्वारा प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाता है और अगर कहीं आतंकवादी मारा जाता है सोनिया गांधी को रात भर नींद नहीं आती है। यानी आतंकवादियों के मारे जाने पर इनके यहां आंखों से आंसू निकलते थे और अगर भारत का जवान कहीं शहीद होता है तो उस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना कांग्रेस की आदत में शुमार हो चुका है। प्रश्नचिन्ह केवल बटाला हाउस पर ही नहीं खड़ा किया गया था यह प्रश्न उन्होंने तब भी खड़ा किया था जब पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए थे। चाहे सपा हो बसपा हो यह तथाकथित सेकुलरिज्म का ठेका लेने वाले उन राजनीतिक दलों ने किस तरह जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया था। एक तरफ आतंकवादियों पर सहानुभूति और दूसरी तरफ जवानों की शहादत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना नहीं तो क्या है। समाजवादी पार्टी की सरकार जब 2012 में आई थी उनका पहला निर्णय, संकट मोचन पर आतंकी हमला करने वाले, सीआरपीएफ कैंप रामपुर में आतंकी हमला करने वाले, लखनऊ, फैजाबाद रामपुर के कचहरी पर आतंकी हमला करने वाले, गोरखपुर में सीरियल विस्फोट करने वाले आतंकवादियों के मुकदमों को वापस करने का निर्णय पहले ही कैबिनेट बैठक में समाजवादी पार्टी की सरकार ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में लिया था। कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को देखकर कहा जा सकता है कांग्रेस का साथ देशद्रोहियों के साथ है। उन्होंने कहा कि कहते हैं ना चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती सपा और बसपा की सरकारों ने अगर प्रदेश की जनता को बिजली नहीं दी और उनके समय में बिजली की भी जाति होती थी। ईद होगी तो बिजली आएगी, होली होगी तो बिजली नहीं आएगी। दीपावली होगी तो बिजली नहीं आएगी, मोहर्रम होगा तो बिजली आएगी। विकास उनके एजेंडे में कहीं था ही नहीं। इन्होंने लोकतंत्र को मजाक बना दिया था जाति के नाम पर परिवार के नाम पर।


Conclusion:बाईट- योगी आदित्यनाथ(जनसभा)
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