गोण्डाः जिले में कोरोना संक्रमण से मौत का सिलसिला जारी है. हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति इंद्रा बहादुर सिंह उर्फ पप्पू सिंह परास का कोरोना संक्रमण से लखनऊ के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. कोरोना संक्रमित होने के बाद वह करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे. पप्पू सिंह के निधन से जिले में शोक की लहर है.
एक महीने से लखनऊ के अस्पताल में थे भर्ती
इन्द्र बहादुर सिंह उर्फ पप्पू सिंह परास (48) कोरोना से संक्रमित होने के बाद गोंडा के एससीपीएम में इलाज हुआ. स्थिति में सुधार न होने पर डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया था. इसके बाद से लखनऊ के निजी अस्पताल में एक महीने से पप्पू सिंह का इलाज चल रहा था. परिजनों और डॉक्टरों के काफी प्रयास बाद पप्पू सिंह की गुरुवार रात में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पप्पू सिंह परास जिला पंचायत सदस्य की सीट पर लगातार काबिज रहे. उन्होंने अपनी अति सहज कार्यशैली से दो बार बेलसर ब्लॉक के प्रमुख पद पर अपना वर्चस्व कायम किया. उनके असामयिक निधन के बाद पूरे जिले में शोक की लहर है. जिले के लोग नाम सोशल मीडिया के माध्यम से शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं.
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जानें पप्पू सिंह का राजीनीतिक इतिहास
वर्ष 2010 में इंद्र बहादुर सिंह उर्फ पप्पू सिंह पारस की पत्नी नीलिमा सिंह ब्लाक प्रमुख बेलसर के लिए निर्वाचित हुई. उसके बाद 2017 में उन्होंने आशाराम को चुनाव में जिताकर प्रतिनिधि के तौर पर जनता की सेवा की. 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले अपने शिक्षक पद से इस्तीफा देकर बसपा के टिकट पर तरबगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और हार गए. इंद्र बहादुर सिंह ने पंचायत चुनाव से पहले ही भाजपा की सदस्यता ली थी. अभी हाल ही में सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव में वह बेलसर विकास खंड की क्षेत्र पंचायत सदस्य 53 जबरनगर निविरोध बीडीसी निर्वाचित हुए थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है. बेटा मयंक पुणे से एमबीबीएस कर रहा है.