गोंडा: मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में साजिश रचने के आरोपी बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने दिल्ली के एक सफेदपोश के घर में शरण ले रखी है. वो वहीं से अपने गुर्गों को कंट्रोल कर रहा है. एसटीएफ की एक टीम धनंजय सिंह पर नजर रखे हुए हैं. एसटीएफ ने उक्त लोकेशन के सारे मोबाइल फोन और फिक्स फोन सर्विलांस पर ले रखे हैं. पुलिस उक्त लोकेशन में उत्तर प्रदेश से आने जाने वाले फोन नंबरों की गहराई से पड़ताल कर रही है. पुलिस इस फिराक में है कि धनंजय सफेदपोश के घर से निकले और टीम उसे दबोच ले. लेकिन फिलहाल अभी पुलिस सिर्फ निगरानी कर रही है. हत्याकांड में शामिल अन्य शूटरों को पकड़ने में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है. पुलिस टीम इन आरोपियों को दबोचने के लिए लगातार कई जनपदों में दबिश दे रही है.
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ये है मामला-
6 जनवरी को अजीत की कठौता चौराहे के पास हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मोहर सिंह ने एफआईआर करायी थी कि जेल में बंद ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू और अखण्ड ने अजीत की हत्या करवायी है. पड़ताल में सामने आया था कि वाराणसी के गिरधारी उर्फ डॉक्टर ने पांच शूटरों रवि यादव, मुस्तफा उर्फ बंटी, शिवेन्न्द्र सिंह उर्फ अंकुर, राजेश तोमर और संदीप सिंह बाबा के साथ यह वारदात की थी. इसमें गिरधारी मुठभेड़ में मारा जा चुका है, जबकि संदीप जेल में है. चार शूटर अभी भी फरार हैं. गिरधारी ने रिमाण्ड पर पुलिस के सामने कबूला था कि अजीत की हत्या की साजिश में पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी शामिल थे. उसके बाद से पुलिस पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई. इसी दौरान साक्ष्य मिलने पर कोर्ट ने धनंजय के खिलाफ वारंट जारी कर उसे पकड़ने का आदेश दिया. उसके बाद से यह पुलिस लगातार धनंजय की तलाश में यूपी पुलिस कई प्रदेशों में छापेमारी कर रही है. हालांकि पुलिस को उसको पकड़ने में अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. धनंजय ने हाईकोर्ट में पुलिस के एफआईआर को चैलेंज किया है. जिस पर सुनवाई चल रही थी. हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 25 फरवरी की तारीख तय की है.