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गाजियाबाद पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, पोस्टमार्टम हाउस की अव्यवस्था देखकर अधिकारियों को लगाई फटकार

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Published : Aug 18, 2022, 10:48 PM IST

गुरुवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक गाजियाबाद पहुंचे. गाजियाबाद पहुंचकर उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस का निरीक्षण किया. इस दौरान शवों की बेकद्री देख उन्होंने विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक गुरुवार को अचानक गाजियाबाद के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. यहां पर उन्होंने औचक निरीक्षण किया तो उन्होंने कई कमियां पाई. पोस्टमार्टम हाउस का फ्रीजर भी उन्होंने पहुंचकर देखा तो वह खराब मिला. दुर्दशा को देखते ही उन्होंने सीएमओ को इस व्यवस्था को ठीक कराने के लिए दिशा निर्देश दिए. जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, वहां 4 डेड बॉडी थी. सड़क हादसे में मौत के बाद चारों डेड बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस लाया गया था. उन्होंने मृतक के परिजन को अपने हाथों से पानी भी पिलाया और उन्हें सांत्वना दी.

पाठक ने कहा कि दिशा निर्देशित किया गया है कि पोस्टमार्टम में बिल्कुल भी देरी नहीं होनी चाहिए. पीड़ित परिवारों को ज्यादा लंबा इंतजार न करना पड़े. पीड़ित परिवारों को उनके गंतव्य तक वापस पहुंचाने की व्यवस्था भी करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा शवों को भी एंबुलेंस के माध्यम से पहुंचाने के लिए कहा गया है. गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे पोस्टमार्टम हाउस स्थित है. जहां की अव्यवस्था को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं. शायद उपमुख्यमंत्री के कानों तक भी उस अव्यवस्था की बात पहुंची थी और उन्होंने औचक निरीक्षण करने का फैसला किया.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने पोस्टमार्टम हाउस का निरीक्षण किया

पोस्टमार्टम हाउस की दुर्दशा को देखकर उन्होंने कहा कि इसकी व्यवस्था को ठीक कराने के लिए सीएमओ को आदेशित कर दिया गया है. चेक करने पर पता चला कि जिन फ्रीजर में पोस्टमार्टम हाउस पर डेड बॉडी को रखना चाहिए वह फ्रिजर भी खराब था. ऐसे में डेड बॉडी के सड़ने का भी खतरा बना रहता है.उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक जब पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे, यहां पर चारों मृतकों के परिवार वाले मौजूद थे. काफी गमगीन थे. उपमुख्यमंत्री ने उनके दुख को समझा और परिजन को अपने हाथ से पानी भी पिलाया. उन्होंने कहा कि हर संभव मदद पीड़ित परिवार की की जाएगी. उप मुख्यमंत्री के अचानक निरीक्षण के बाद पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था में लगे सरकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया.

गाजियाबाद पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
बता दें, पूर्व में भी पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं. लोगों ने कई बार शिकायतें भी की हैं, जिसमें कहा जाता है कि पोस्टमार्टम हाउस पर साफ पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है. वहां यह भी आरोप लगाया जाता है कि पोस्टमार्टम में आमतौर पर देरी की जाती है, जिससे मृतक के परिजनों को गम की स्थिति में भी लंबा इंतजार करना पड़ता है. हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि इस तरह की कोई भी शिकायत होगी तो उसका निस्तारण भी किया जाएगा और साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी व्यक्ति को पोस्टमार्टम हाउस पर किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े.

उपमुख्यमंत्री से तिमारदार ने घूस लेने की शिकायत की

जिला अस्पताल में एक मरीज के तीमारदार ने सीधे उपमुख्यमंत्री के सामने जाकर शिकायत कर दी कि सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर अस्पताल स्टाफ अवैध वसूली करता है. इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने मामले में जांच के आदेश दे दिए. तीमारदार ने बताया कि एक ऑपरेशन के बदले में अस्पताल में पैसे वसूले जाते हैं. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने ध्यान से तीमारदार की बात सुनी और आश्वस्त किया कि जांच करके इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.

एंबुलेंस को देखकर बिफरे बृजेश पाठक

इसके बाद उपमुख्यमंत्री उस जगह पर पहुंचे जहां पर अस्पताल के मरीजों और तीमारदारों के लिए पेयजल की व्यवस्था कराई जाती है. यहां पर उन्हें गंदगी दिखाई दी, जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों पर अपनी नाराजगी जाहिर की और जल्द इस व्यवस्था को ठीक कराने के लिए कहा. वहीं, बिल्डिंग में कई जगह जर्जर हालात भी दिखाई दिए, जिसको लेकर उन्होंने दिशा निर्देश दिए.

अस्पताल परिसर में उस जगह भी गए जहां पर पुरानी एंबुलेंस खड़ी हुई थी. यह एंबुलेंस खराब हो रही थी. उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है, तो बताया गया कि स्क्रैप में रखी हुई एंबुलेंस है. उन्होंने कहा कि इन्हें जल्द ऑक्शन में बेच दिया जाए. अस्पताल परिसर में सड़ी हुई एंबुलेंस का कोई काम नहीं है.

इसे पढ़ें- प्रदेश की 6200 गौशालाओं में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी जन्माष्टमी

उन्होंने डॉक्टरों को दिशा निर्देश दिए कि मरीज को भगवान की तरह माना जाए और उसे अच्छा व्यवहार किया जाए. अगर किसी भी मरीज ने शिकायत की तो स्टाफ पीआर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अस्पताल परिसर में सभी वार्ड का जायजा लिया और वहां पर मरीजों से भी उनका हालचाल जाना. अगर कोई शिकायत पाई गई तो उसका मौके पर निस्तारण करने का आश्वासन भी दिया गया. इस दौरान अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे. अस्पताल परिसर में इस दौरान हड़कंप मचा रहा.


उन्होंने कहा कि साल 2014 से पहले प्रदेश में सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन प्रधानमंत्री की अगुवाई में 75 मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. इससे पर्याप्त मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे जिससे आने वाले वक्त में चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा. एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई जा रही है. पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई जा रही हैं. हर स्थिति में उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है.

उन्होंने कहा जिन लोगों ने जनता को नकार दिया उनकी बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उनका इशारा सपा की तरफ था. उन्होंने कहा कि सपा के लोगों ने सिर्फ गुंडागर्दी की है और कब्जा किया है लेकिन बीजेपी ने माननीय प्रधानमंत्री की अगुवाई में जन जन तक सुविधा पहुंचाने का काम किया है.

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक गुरुवार को अचानक गाजियाबाद के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. यहां पर उन्होंने औचक निरीक्षण किया तो उन्होंने कई कमियां पाई. पोस्टमार्टम हाउस का फ्रीजर भी उन्होंने पहुंचकर देखा तो वह खराब मिला. दुर्दशा को देखते ही उन्होंने सीएमओ को इस व्यवस्था को ठीक कराने के लिए दिशा निर्देश दिए. जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, वहां 4 डेड बॉडी थी. सड़क हादसे में मौत के बाद चारों डेड बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस लाया गया था. उन्होंने मृतक के परिजन को अपने हाथों से पानी भी पिलाया और उन्हें सांत्वना दी.

पाठक ने कहा कि दिशा निर्देशित किया गया है कि पोस्टमार्टम में बिल्कुल भी देरी नहीं होनी चाहिए. पीड़ित परिवारों को ज्यादा लंबा इंतजार न करना पड़े. पीड़ित परिवारों को उनके गंतव्य तक वापस पहुंचाने की व्यवस्था भी करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा शवों को भी एंबुलेंस के माध्यम से पहुंचाने के लिए कहा गया है. गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे पोस्टमार्टम हाउस स्थित है. जहां की अव्यवस्था को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं. शायद उपमुख्यमंत्री के कानों तक भी उस अव्यवस्था की बात पहुंची थी और उन्होंने औचक निरीक्षण करने का फैसला किया.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने पोस्टमार्टम हाउस का निरीक्षण किया

पोस्टमार्टम हाउस की दुर्दशा को देखकर उन्होंने कहा कि इसकी व्यवस्था को ठीक कराने के लिए सीएमओ को आदेशित कर दिया गया है. चेक करने पर पता चला कि जिन फ्रीजर में पोस्टमार्टम हाउस पर डेड बॉडी को रखना चाहिए वह फ्रिजर भी खराब था. ऐसे में डेड बॉडी के सड़ने का भी खतरा बना रहता है.उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक जब पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे, यहां पर चारों मृतकों के परिवार वाले मौजूद थे. काफी गमगीन थे. उपमुख्यमंत्री ने उनके दुख को समझा और परिजन को अपने हाथ से पानी भी पिलाया. उन्होंने कहा कि हर संभव मदद पीड़ित परिवार की की जाएगी. उप मुख्यमंत्री के अचानक निरीक्षण के बाद पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था में लगे सरकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया.

गाजियाबाद पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
बता दें, पूर्व में भी पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं. लोगों ने कई बार शिकायतें भी की हैं, जिसमें कहा जाता है कि पोस्टमार्टम हाउस पर साफ पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है. वहां यह भी आरोप लगाया जाता है कि पोस्टमार्टम में आमतौर पर देरी की जाती है, जिससे मृतक के परिजनों को गम की स्थिति में भी लंबा इंतजार करना पड़ता है. हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि इस तरह की कोई भी शिकायत होगी तो उसका निस्तारण भी किया जाएगा और साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी व्यक्ति को पोस्टमार्टम हाउस पर किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े.

उपमुख्यमंत्री से तिमारदार ने घूस लेने की शिकायत की

जिला अस्पताल में एक मरीज के तीमारदार ने सीधे उपमुख्यमंत्री के सामने जाकर शिकायत कर दी कि सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर अस्पताल स्टाफ अवैध वसूली करता है. इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने मामले में जांच के आदेश दे दिए. तीमारदार ने बताया कि एक ऑपरेशन के बदले में अस्पताल में पैसे वसूले जाते हैं. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने ध्यान से तीमारदार की बात सुनी और आश्वस्त किया कि जांच करके इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.

एंबुलेंस को देखकर बिफरे बृजेश पाठक

इसके बाद उपमुख्यमंत्री उस जगह पर पहुंचे जहां पर अस्पताल के मरीजों और तीमारदारों के लिए पेयजल की व्यवस्था कराई जाती है. यहां पर उन्हें गंदगी दिखाई दी, जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों पर अपनी नाराजगी जाहिर की और जल्द इस व्यवस्था को ठीक कराने के लिए कहा. वहीं, बिल्डिंग में कई जगह जर्जर हालात भी दिखाई दिए, जिसको लेकर उन्होंने दिशा निर्देश दिए.

अस्पताल परिसर में उस जगह भी गए जहां पर पुरानी एंबुलेंस खड़ी हुई थी. यह एंबुलेंस खराब हो रही थी. उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है, तो बताया गया कि स्क्रैप में रखी हुई एंबुलेंस है. उन्होंने कहा कि इन्हें जल्द ऑक्शन में बेच दिया जाए. अस्पताल परिसर में सड़ी हुई एंबुलेंस का कोई काम नहीं है.

इसे पढ़ें- प्रदेश की 6200 गौशालाओं में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी जन्माष्टमी

उन्होंने डॉक्टरों को दिशा निर्देश दिए कि मरीज को भगवान की तरह माना जाए और उसे अच्छा व्यवहार किया जाए. अगर किसी भी मरीज ने शिकायत की तो स्टाफ पीआर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अस्पताल परिसर में सभी वार्ड का जायजा लिया और वहां पर मरीजों से भी उनका हालचाल जाना. अगर कोई शिकायत पाई गई तो उसका मौके पर निस्तारण करने का आश्वासन भी दिया गया. इस दौरान अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे. अस्पताल परिसर में इस दौरान हड़कंप मचा रहा.


उन्होंने कहा कि साल 2014 से पहले प्रदेश में सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन प्रधानमंत्री की अगुवाई में 75 मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. इससे पर्याप्त मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे जिससे आने वाले वक्त में चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा. एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई जा रही है. पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई जा रही हैं. हर स्थिति में उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है.

उन्होंने कहा जिन लोगों ने जनता को नकार दिया उनकी बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उनका इशारा सपा की तरफ था. उन्होंने कहा कि सपा के लोगों ने सिर्फ गुंडागर्दी की है और कब्जा किया है लेकिन बीजेपी ने माननीय प्रधानमंत्री की अगुवाई में जन जन तक सुविधा पहुंचाने का काम किया है.

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