गाजीपुर : आप को बता दें, बेटियां जहमत नहीं रहमत होती हैं. ये एक नहीं बल्कि दो परिवारों को रोशन करती हैं. लेकिन गाजीपुर जिले की बात करें तो यहां गुरुवार को एक बार फिर एक नवजात बच्ची को फेंकने का मामला सामने आया है. जी हां, आज सुबह करीब 6 बजे स्थानीय लोग अपने काम से जा रहे थे, तभी तालगांव के पास झाड़ी में एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. बच्चे के रोने की आवाज पर लोगों ने झाड़ी में करीब जाकर देखा, तो वहां एक नवजात बच्ची पड़ी थी. इसके बाद लोगों ने पीआरबी 112 जखनियां को लावारिस नवजात के बारे में फोन कर जानकारी दी.
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फिर मिली लावारिस नवजात बच्ची
सूचना मिलते ही पीआरबी 112 मौके पर पहुंची गई और बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया. पीआरबी टीम ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी. मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीआरबी 112 को नवजात शिशु मिली है, जिसे सीडब्ल्यूसी के माध्यम से उसके इलाज हेतु जखनियां स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है. उसका इलाज महिला अस्पताल के एसएनसीयू में चल रहा है. स्वस्थ होने पर बच्ची को सीडब्ल्यूसी को सौंपा जाएगा. साथ ही उनका कहना था कि इस बात का पता लगाया जाएगा कि इस नवजात को किसने झाड़ी में फेंका था. यदि जांच में नवजात को फेंकने वाले के बारे में पता चलता है तो उसके खिलाफ विधिक करवाई की जाएगी.
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आपको बता दें कि 14 जून को करीब 10 बजे गाजीपुर के ददरीघाट घाट पर लकड़ी के बॉक्स में 21 दिन की नवजात बच्ची को फेंका गया था. इसका मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है. वही आज सुबह एक और बच्ची को किसी बेरहम मां ने झाड़ियों में फेंक दिया. उस बार की नवजात को गंगा की गोद में फेका गया था, और इस बार की बच्ची को झाड़ियों में फेंका गया गया है. जिले में नवजात बच्ची को फेंकने का यह एक सप्ताह में दूसरा मामला है.