गाजीपुर: जिला जेल से 2 कैदियों के फरार होने से जिला और जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया. फरार हुए कैदी खानपुर निवासी विकास यादव और गोपालपुर निवासी हिमांशु यादव थे. दोनों कैदी पॉक्सो एक्ट के तहत जिला जेल में निरुद्ध थे. रात में भोजन के दौरान जब बंदियों का मिलान हुआ तो इन दोनों के फरार होने का पता जेल प्रशासन को चला. हालांकि घटना रात की थी, लेकिन जेल प्रशासन पूरी रात पहले मामले को मीडिया के सामने आने से बचा रहा था. फिलहाल डीआईजी जेल पहुंचकर मामले की छानबीन में लग गए हैं.
गाजीपुर जेल प्रशासन की लापरवाही से शनिवार की देर रात दो बंदी फरार हो गए. बंदियों की खोजबीन में पुलिस विभाग की कई टीमें लगा दी गई हैं. जेल प्रशासन देर रात तक इस मामले को छिपाने में लगा रहा. जिले के दो लोग कुछ ही दिन पूर्व जेल भेजे गए थे. विकास यादव और हिमांशु यादव खानपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले थे. दोनों पॉक्सो एक्ट में पाबंद थे.
दोनों बंदी कब और कैसे भाग निकले इसकी भनक जेल प्रशासन को नहीं लगी. रात में करीब नौ बजे जब भोजन के दौरान मिलान हुआ तो दो बंदी नदारद पाए गए. इसकी जानकारी जेल के आला अधिकारियों को दी गई. आनन-फानन में पूरे जेल परिसर और बैरक को खंगाला गया. दोबारा फिर बारीकी से पड़ताल हुई.
बंदियों से पूछताछ हुई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला. बाद में पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने कोतवाली और अन्य पुलिस टीम गठित कर संभावित ठिकानों पर छापेमारी का निर्देश दिया. रात में ही कोतवाली पुलिस खानपुर के लिए रवाना हो गई.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम गठित कर बंदियों के गांव रवाना कर दिया गया है. घटना की खबर लगते ही डीआईजी जेल, डीएम, एसपी जिला कारागार पर पहुंचकर मामले की छानबीन कर रहे हैं. डीआईजी जेल बी आर वर्मा ने जेल के दो कर्मचारी रामनाथ और अशोक कुमार पाठक को निलंबित करते हुए मामले की जांच बैठा दी है.