गाजीपुर: पुलिस ने नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा पर निकले कुछ युवाओं को गाजीपुर में गिरफ्तार कर लिया है. यह पदयात्रा चौरी-चौरा से शुरू होकर दिल्ली के राजघाट में खत्म होनी थी. इस मामले में प्रशासन के कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं.
सूत्रों के अनुसार सत्याग्रहियों ने पदयात्रा के लिए कोई अनुमति नहीं ली थी. इस मामले में गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि वह महात्मा गांधी के रास्ते पर चलकर सत्याग्रह कर रहे थे, उनके पास एक लाठी भी नहीं थी. उनका कहना है कि ऐसी गिरफ्तारी से अपराधियों में नहीं, शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले लोगों में डर पैदा किया जा रहा है.
पदयात्रियों ने बताया कि यह यात्रा चौरी-चौरा से इसलिए शुरू की गई क्योंकि यह वो जगह थी जहां 1922 में अंग्रेजों के खिलाफ हुई हिंसा के कारण गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था, लेकिन गाजीपुर की सीमा में यात्रा के आते ही यात्रा में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया.
कुछ समाजसेवियों द्वारा नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा पर निकले साथियों को गाजीपुर जेल से जमानत पर उनको रिहा करवाने का प्रयास किया जा रहा है. बता दें कि यह यात्रा चौरी चौरा से राजघाट दिल्ली तक प्रस्तावित है.
यह गिरफ्तारी संवैधानिक अधिकारों का हनन है. शांतिपूर्ण तरीके से सभी को प्रदर्शन करने का संवैधानिक अधिकार है. गिरफ्तारी से लोगों में खौफ पैदा किया जा रहा है.
-अफजाल अंसारी, सांसद, गाजीपुर