गाजीपुरः जिले में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. सोमवार को जिले में कोरोना का आठवां केस सामने आया. यहां 5 मई को मुंबई से अपने गांव लौटे एक प्रवासी मजदूर के कोरोना संक्रमति होने की पुष्टि हुई है. ये मजदूर एक कंटेनर में छिपकर मुंबई से गाजीपुर तक आया था. युवक के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद जिला प्रशासन उसके गांव को सील कर सैनिटाइज कराने का काम कर रहा है.
जिले में अब तक कुल 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज
बीते 5 मई को एक युवक मुंबई से कंटेनर में छिपकर अपने गांव मरदह में आया था. जिसके बाद 8 मई को युवक के सैंपल को कोरोना जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया था. सोमवार को आई जांच रिपोर्ट में युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट मिलने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला उसके गांव पहुंच गया. मौके पर पहुंचे डीएम, एसपी और सीएमओ ने युवक के गांव को सैनिटाइज कराया.
जिले में प्रवासी मजदूरों के आने से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इस दौरान दूसरे प्रदेशों से आने वाले कई मजदूर बिना प्रशासन को जानकारी दिए ही छिपकर घर पहुंच रहे है. जिनकी वजह से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा और बढ़ रहा है. जिले में अब तक कोरोना वायरस संक्रमित कुल 8 मरीज मिल चुके हैं. जिनमें से दो मरीज तो पिछले तीन दिनों में मिले हैं. ये दोनों मरीज मुंबई से लौटकर आये हैं और छिपकर अपने गांव पहुंचे थे.
4 मई को जब लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हुआ था, तो उस समय गाजीपुर जिला आरेंज जोन में था और उम्मीद थी कि 11 मई तक जिला ग्रीन जोन में आ जाएगा, लेकिन पिछले 3 दिनों से जिले में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया.
एसीएमओ डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि, सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक मरदह का एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है. अब जनपद में कोरोना के 2 एक्टिव मामले आ चुके हैं. जिले में अब तक कुल 8 कोरोना पॉजिटिव मामले हैं, जिसमें 6 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.