गाजीपुर: सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शनिवार को गाजीपुर पहुंचे. यहां, उन्होंने समाजवादी पार्टी पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह लोग सत्ता के लिए पागल हो चुके हैं. सत्ता के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. सपा पिछड़ा विरोधी है, इन्होंने सरकार में रहते हुए भी आरक्षण लागू नहीं होने दिया. उन्होंने आगे कहा कि गुजरात और बिहार की तर्ज पर आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में भी शराब बंद होनी चाहिए. यह हर परिवार में तबाही और महिलाओं के उत्पीड़न का कारण बनती है.
रामचरित मानस पर आपत्तिजनक बयान देने के मामले में ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि सपा के लोग सत्ता के लिए पागल हो चुके हैं. इन्हे बस किसी भी तरह से सत्ता चाहिए. वहीं, शिवपाल यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि बनारस पुलिस लाइन की दीवार क्यों और कैसे टूट गई थी और फिर दो दिन में वापस कैसे बन गई थी. किसकी सत्ता में ये काम हुआ था. उन्होंने कहा कि 4 सितंबर 2013 को हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि पिछड़े वर्ग आरक्षण का लाभ मात्र 12 जातियां उठा रही हैं, शेष जातियों को भी बांट कर यूपी सरकार आरक्षण का लाभ दे लेकिन ऐसा नहीं किया गया. इस समय समाजवादी पार्टी की सरकार थी. इसी के साथ सपा ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म किया था.
पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ लड़ने के सवाल पर हंस कर कहा कि कभी-कभी जानबूझकर जहर खाया जाता है. राजभर ने बजट को एक स्वाभविक प्रक्रिया बताया और कहा कि महंगा दूध जो खरीदेगा वो ही न गुस्साएगा. इस अवसर ओमप्रकाश राजभर के साथ विधायक बेदी राम, पूर्व मंत्री रामाशंकर राजभर, सुनील सिंह, उमरावती सिंह, विनोद गुप्ता, लल्लन राजभर, विजय राजभर, सुबास राम सत्येंद्र सिंह, पूर्व राज्य मंत्री रामदुलार राजभर, पंकज दूबे अतुल सिंह मंडल कोऑर्डिनेटर बुझारत राजभर, लोकगीत चंद्रहाश राजभर, सीता सावरी मौजूद रहें.
वहीं, गोरखपुर में 5 फरवरी को दिग्विजय नाथ पार्क में सुभासपा के द्वारा विशाल महिला सम्मेलन होने जा रहा है. इस सम्मेलन की तैयारी और सफलता के लिए शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यभ ओमप्रकाश राजभर गोरखपुर पहुंचे हैं. इस सम्मेलन के जरिए वह महिला अधिकारों राजनीतिक और नौकरियों में उन्हें 50% आरक्षण दिए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाएंगे. उन्होने कहा कि आज देश-प्रदेश में हर जगह महिलाओं के अधिकार को लेकर सिर्फ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी लड़ाई लड़ रही है.उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाए बिना देश की मौजूदगी की कल्पना संभव नहीं है. उन्होंने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह मेरे बड़े भाई हैं, लेकिन उनसे भी एक सवाल है कि जिस आरक्षण के मुद्दों को लेकर वह राजनीतिक माहौल तैयार रहे थे. वह मुद्दा अब शांत क्यों हो गया है.
राजभर ने आगे कहा कि इस देश की व्यवस्था को ठीक करने, बेरोजगारी और महंगाई को दूर करने की बात सभी राजनीतिक दल और राजनेता करते हैं. लेकिन इस पर मिल बैठकर सर्वदलीय रूप में कभी भी कोई चर्चा नहीं करता है. न ही कोई सुझाव सामने लाते हैं कि किस आधार पर देश से बेरोजगारी और महंगाई को खत्म किया जाए. जबकि रामचरितमानस मुद्दे पर सबकी एक राय दिखती है.उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से अपील की है कि देश की खुशहाली के लिए और बेरोजगारी को दूर करने के लिए एक मंच और एक राय बनाने की आवश्यकता है.
जिन लोगों ने रामचरितमानस की चौपाई को लेकर आज बवंडर खड़ा किया हुआ है. उनकी बुद्धि विनाश काले विपरीत हो गई है. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब यह लोग सत्ता में थे तो रामचरितमानस की चौपाई को हटाने के लिए उन्होने कोई प्रयास नहीं किया. अब यह लोग सत्ता जाने की बौखलाहट में यह सब कर रहे हैं. जिसका इन्हें कोई लाभ नहीं मिलने वाला है.
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